प्रोजेक्ट नई किरण से फिर महका एक परिवार आपसी कड़वाहट भुलाकर साथ रहने को हुए राजी

प्रोजेक्ट नई किरण से फिर महका एक परिवार आपसी कड़वाहट भुलाकर साथ रहने को हुए राजी

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में घर-गृहस्थी के छोटे-मोटे विवादों के कारण टूटने की कगार पर खड़े परिवारों के लिए जनपद पुलिस का 'प्रोजेक्ट नई किरण' वरदान साबित हो रहा है। रविवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित काउंसलिंग सत्र के दौरान टीम के सदस्यों ने एक परिवार के बीच जमी बर्फ को पिघलाते हुए उनका पुनर्मिलन कराया। काउंसलिंग में खत्म हुई दूरियां पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक के कुशल निर्देशन में आयोजित इस शिविर में कई टूटते परिवारों को बुलाया गया था। पुलिस लाइन सभागार में 'प्रोजेक्ट नई किरण' के सदस्यों ने दोनों पक्षों की बातों को विस्तार से सुना। घंटों चली समझाइश और भावनात्मक संवाद के बाद पति-पत्नी ने पुरानी बातों को भुलाकर नई शुरुआत करने का निर्णय लिया। समझौते के बाद परिजनों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर रिश्तों में मिठास का संदेश दिया। रिश्तों को बचाने का ईमानदार प्रयास प्रोजेक्ट के सदस्यों ने बताया कि आज के दौर में बढ़ते अहंकार और छोटी-छोटी गलतफहमियों के कारण परिवार बिखर रहे हैं। 'प्रोजेक्ट नई किरण' का उद्देश्य ऐसे बिखरे परिवारों को आपसी बातचीत से एक सूत्र में पिरोना है। आज कुल 06 मामलों पर विचार किया गया, जिसमें से एक का मौके पर निस्तारण हुआ और शेष 05 मामलों में दोनों पक्षों को सोचने का समय देते हुए अगली तारीख दी गई है। सहयोगियों की टीम इस नेक कार्य में नई किरण टीम के सक्रिय सदस्य अजय बरया, डॉ. दीपक चौबे, डॉ. एस.पी. पाठक, डॉ. जनक किशोरी शर्मा, डॉ. संजीव कुमार शर्मा एवं अरमान अजीज कुरैशी उपस्थित रहे। वहीं पुलिस विभाग की ओर से प्रतिसार निरीक्षक, महिला थानाध्यक्ष अनीता देवी, महिला हेड कांस्टेबल आशा देवी और आरक्षी माधवी शर्मा ने भी अपनी भूमिका बखूबी निभाई।