जिले में छात्रवृत्ति के 8 हजार से अधिक आवेदन विद्यालय स्तर पर लम्बित होने पर भड़के डीएम
56 माध्यमिक और 40 डिग्री कॉलेजों के प्रिंसिपलों को कारण बताओ नोटिस एवं कल शनिवार को शाम 5 बजे कलैक्ट्रेट सभागार में किया तलब
छात्रवृत्ति के बंद पोर्टल को शासन से पत्राचार कर खुलवाने का प्रयास करेंगे: डीएम,जनपद के विद्यार्थी यदि छात्रवृत्ति से वंचित हुए तो सम्बंधित प्रधानाचार्यों की खैर नहीं, एफआईआर व निलबंन की होगी कार्यवाही, निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। गुरुवार को हुई मुख्यमंत्री डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक में यह पाया गया था कि जनपद में पूर्वदर्शम व दशमोत्तर छात्रवृत्ति योजना के विभिन्न माध्यमिक विद्यालयों में 8335 आवेदन अग्रसारण हेतु लम्बित हैं, जिससे जिले की प्रगति प्रभावित हो रही है, इसको जिलाधिकारी सत्य प्रकाश ने गंभीरता से लेते हुए सम्बंधित प्रधानाचार्यों व विद्यालय प्रबंधकों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी और आज शुक्रवार को जनपद के सभी माध्यमिक व डिग्री कॉलेजों के प्रिंसिपलों व प्रबंधकों को कलैक्ट्रेट सभागार बुलाकर बैठक की और विद्यालय स्तर पर इतनी बड़ी संख्या में लम्बित आवेदनों की विद्यालय वार समीक्षा की। समीक्षा के दौरान कई विद्यालयों में बड़ी संख्या में आवेदन लम्बित पाये गए, जिनमें जय मॉ पठा देवी यूएमवी पठा महरौनी विद्यालय, राजकीय इण्टर कॉलेज जखौरा, राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज तालबेहट, राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज ललितपुर, राजकीय इण्टर कॉलेज ललितपुर, राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज ललितपुर टाउन, राजकीय बालिका इण्टर कॉलेज महरौनी, सरदार पटेल अम्बेडकर बालिका इण्टर कॉलेज खितवांस, सरस्वति मंदिर इण्टर कॉलेज मड़ावरा मुख्य रुप से शामिल हैं। जिलाधिकारी ने ऐसे 56 माध्यमिक और 40 डिग्री कॉलेजों के प्रिंसिपलों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए एवं कल शनिवार को शाम 5 बजे कलैक्ट्रेट सभागार में तलब किया और इन सभी विद्यालयों के प्रिंसिपल और प्रबंधकों को कड़ी फटकार लगाते हुए चेतावनी दी कि यदि यह विद्यार्थी छात्रवृत्ति से वंचित रह गए तो सम्बंधित विद्यालयों के प्रिंसिपल के विरुद्ध आरोप पत्र जारी करते हुए शासकीय कार्य में बाधा उत्पन्न करने की एफआईआर दर्ज करायी जाएगी। जिलाधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि राजकीय इण्टर कॉलेजों में लम्बित आवेदनों पर सम्बंधित प्रिंसिपलों के विरुद्ध शासन को पत्र भेजकर ऐसे लापरवाह लोगों का निलंबन भी करायेंगे और प्राईवेट इण्टर कॉलेज के प्रबंधकों को चेतावनी दी कि ऐसे विद्यालयों की मान्यता समाप्त कराने के लिए कार्यवाही करेंगे। जिलाधिकारी ने ललितपुर केे गरीब परिवार के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति के महत्व को समझाते हुए बताया कि इन बच्चों के लिए यह छात्रवृत्ति कितनी आवश्यक और उनकी शिक्षा में कितनी सहयोगी है। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ किसी को भी खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा, ललितपुर के पिछड़ेपन को दूर करने के लिए शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में किसी भी विद्यार्थी को कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी, इसके लिए जिला प्रशासन हर संभव कार्य करेगा। जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि विगत 6 नवम्बर तक विद्यालयों से आवेदन जिला स्तर पर अग्रसारित किये जाने थे और 17 नवम्बर तक जिले स्तर से शासन को भेजे जाने थे, परन्तु पोर्टल बंद होने के कारण विद्यालय स्तर से आवेदनों का अग्रसारण नहीं हो सका, जिस पर जिलाधिकारी ने कड़ा रोष व्यक्त किया और इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा गंभीर होकर शासन से पत्राचार करके पुनः पोर्टल खुलवाने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश सिंह, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी आशुतोष सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी संजय श्रीवास्तव, जिला सूचना अधिकारी डीएस दयाल, सम्बंधित विद्यालयों के प्रधानाचार्य, प्राचार्य व प्रबंधक उपस्थित रहे।