काशी के बाबा विश्वनाथ के प्रतिरूप हैं बाबा लोकनाथ महादेव प्रयागराज : भार्गवानंद जी
निष्पक्ष जन अवलोकन।
विजय शुक्ला।
प्रयागराज। तहसील मुख्यालय स्थित भार्गव सदन में आयोजित एक धर्मसंसद को संबोधित करते हुए सुमंत भार्गव ने बताया कि सनातन संस्कृति एवं आस्था की प्राचीनतम नगरियों में से एक प्रयागराज है पौराणिक मान्यताओं के अनुसार समस्त पुरियों और तीर्थों के राजा होने के कारण इन्हें प्रयागराज कहा जाता है यहां के मुख्य बाजार चौक के प्रसिद्ध मोहल्ले लोकनाथ का नाम यहां स्थित बाबा लोकनाथ के नाम पर पड़ा है लोकनाथ महादेव के बारे में सही तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन यहां के पुजारी बताते हैं कि स्कन्द पुराण के रेवाखण्ड और महाभारत के शान्तिपर्व में बाबा लोकनाथ का वर्णन है जिन्हें काशी के बाबा विश्वनाथ का प्रतिरूप माना जाता है वैसे तो यह मोहल्ला रबड़ी मलाई लस्सी हरी के समोसे और भारती भवन लाइब्रेरी के लिए जाना जाता है भारती भवन लाइब्रेरी के ठीक पीछे बाबा लोकनाथ महादेव का मन्दिर बना है यहां के पुजारी गौरीशंकर पांडेय जी महाराज बताते हैं कि बाबा लोकनाथ स्वयंभू शिवलिंग हैं इनका वर्णन स्कंद पुराण के रेवाखण्ड में वामदेव महादेव देव देव सुरेश्वरःलोकनाथ पाहि-पाहि प्राणनाथ कृपा कुरु इस दौरान अधिवक्ता आशीष मिश्रा आशुतोष त्रिपाठी महेश प्रसाद त्रिपाठी मनोज मिश्रा पवन पांडेय पप्पू तिवारी सतीश द्विवेदी विजय शुक्ला आलोक शुक्ला सहित कई गणमान्य उपस्थित रहे।