पत्रकारों द्वारा जनहित की समस्याओं को लेकर अनिश्चित कालीन धरना का 39 वे दिन दिन भी जारी
निष्पक्ष जन अवलोकन। सोनूवर्मा।
सिंगरौली। जिले में जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने पत्रकार संगठनों का धरना प्रदर्शन लगातार 39 वा दिन भी जारी है। प्रदर्शनकारी पत्रकार प्रशासन की निष्क्रियता से नाराज़ हैं और अपनी तीन प्रमुख मांगों को लेकर अडिग हैं। उनकी मांगें स्थानीय कर्मचारियों के रोजगार, प्रदूषण पर रोक, और प्रेस क्लब भवन निर्माण से संबंधित हैं। धरना स्थल पर प्रदर्शनकारियों का कहना है कि उनकी मांगें न केवल न्यायपूर्ण हैं, बल्कि क्षेत्र के विकास और सामाजिक कल्याण से भी जुड़ी हुई हैं। इसके बावजूद प्रशासन द्वारा इस मामले में अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है, जिससे प्रदर्शनकारियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
पत्रकार संगठनों की प्रमुख मांगें
- डीबीएल कंपनी में पुराने कर्मचारियों को रोजगार: प्रदर्शनकारियों ने डोमेन बिल्डकॉन लिमिटेड (डीबीएल) कंपनी से जुड़ी अपनी पहली मांग रखी है। उनका कहना है कि कंपनी से हटाए गए 868 पुराने और योग्य कर्मचारियों को रोजगार दिया जाए। कर्मचारी लंबे समय से बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं, जबकि उनके अनुभव और योग्यता उन्हें प्राथमिकता देने की मांग करते हैं। प्रदर्शनकारियों ने विशेष रूप से कांडोई और सिक्कल क्षेत्र के वेस्ट साइड में रोजगार की मांग उठाई है।
- त्रिमूला स्पंज आयरन इंडस्ट्रीज के प्रदूषण पर रोक: प्रदर्शनकारी गोंदवाली क्षेत्र की त्रिमूला स्पंज आयरन इंडस्ट्रीज द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण को लेकर भी नाराज हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि इस उद्योग द्वारा किए जा रहे प्रदूषण से आसपास के निवासियों का जीवन मुश्किल हो गया है। प्रदूषण की वजह से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं और पर्यावरण पर भी गंभीर असर पड़ रहा है। प्रदर्शनकारी चाहते हैं कि प्रशासन इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करे और प्रदूषण को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए।
- पत्रकारों के लिए प्रेस क्लब भवन का निर्माण: पत्रकारों की तीसरी और अंतिम मांग सिंगरौली जिले में प्रेस क्लब भवन के निर्माण की है। उनका कहना है कि जिले में पत्रकारों को एक उचित स्थान मिलना चाहिए, जहां वे स्वतंत्र रूप से अपने कार्य कर सकें और संगठित रह सकें। इससे न केवल पत्रकारों के कार्य में सहूलियत होगी, बल्कि पत्रकारिता के क्षेत्र में बेहतर समन्वय भी स्थापित होगा।
प्रशासन की चुप्पी से बढ़ रहा आक्रोश धरने पर बैठे पत्रकारों का आरोप है कि जिला प्रशासन उनकी मांगों को लेकर उदासीन बना हुआ है। 16 दिन बीतने के बावजूद, कलेक्टर कार्यालय या अन्य अधिकारियों की ओर से अब तक कोई सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं आई है। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।