सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे लापरवाही पर होगी कार्रवाई रामसिंह बाल्मीकि

ईओ नगर पालिका की अनुपस्थिति और सफाई कर्मियों के उत्पीड़न पर जताई कड़ी नाराजगी

सरकारी योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे लापरवाही पर होगी कार्रवाई रामसिंह बाल्मीकि

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार की सेंट्रल मॉनीटरिंग कमेटी के सदस्य रामसिंह बाल्मीकि ने सोमवार को सर्किट हाउस में जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि अनुसूचित जाति और जनजाति कल्याण के लिए संचालित सरकारी योजनाओं का लाभ समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक अनिवार्य रूप से पहुँचना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि कार्यों में शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों की रिपोर्ट सीधे शासन को भेजी जाएगी। सफाई कर्मियों की समस्याओं पर बरसे सदस्य बैठक में उस समय स्थिति तनावपूर्ण हो गई जब सफाई कर्मचारियों ने नगर पालिका प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें आवश्यक उपकरण और स्वच्छता सामग्री उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। साथ ही, आर्थिक लाभ लेकर कर्मचारियों को रखने और निकालने तथा ईपीएफ व मृत्यु उपरांत मिलने वाले लाभों को रोकने की शिकायत भी की गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए जब श्री बाल्मीकि ने अधिशासी अधिकारी (ईओ) को तलब किया, तो वे बैठक से अनुपस्थित पाए गए। इस पर सदस्य ने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों का उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए सभी अनुमन्य लाभ तुरंत उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विभागीय प्रगति की समीक्षा समीक्षा के दौरान उन्होंने समाज कल्याण विभाग से एससी/एसटी निवारण अधिनियम के तहत पीड़ितों को मिलने वाली राहत राशि की स्थिति जानी। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग, डूडा और ग्राम्य विकास विभाग की योजनाओं की भी समीक्षा की गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी पात्र लाभार्थियों को शत-प्रतिशत आच्छादित किया जाए। ये अधिकारी रहे मौजूद बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. इम्तियाज अहमद, एसडीएम ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी नंदलाल सिंह और जिला सूचना अधिकारी डीएस दयाल सहित अन्य विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।