अहमदगढ़ पुलिस ने किया मुकेश हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा
पुलिस और स्वाट टीम ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो की तलाश अभी जारी है।
निष्पक्ष जन अवलोकन।
चंद्रपाल सिंह।
बुलंदशहर । कुछ दिन पहले बुलन्दशहर जनपद के थाना अहमदगढ़ क्षेत्र के ग्राम बाद में मुकेश पुत्र हरप्रसाद का शव पेड़ से लटका मिला था। जिस घटना की सूचना से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। मृतक के पुत्र करण की तहरीर पर थाना अहमदगढ़ में मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो पाया कि शुरू में जिन लोगों के नाम मुकदमे में दर्ज किए गए थे, वास्तव में उनका इस हत्या से कोई लेना-देना नहीं था। विवेचना के दौरान पुलिस को चार नए नामों का पता चला। थाना अहमदगढ़ पुलिस और स्वाट टीम देहात ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए इस हत्याकांड में शामिल दो अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से एक मोबाइल फोन भी बरामद किया है। पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त कुम्मन ने बताया कि वह मृतक मुकेश के साथ शराब पीता था,और अक्सर दोनों के बीच झगड़ा होता था। कुछ दिन पहले मुकेश ने नशे की हालत में कुम्मन को गालियां दीं और उसके कपड़े फाड़ दिए।
जिससे नाराज़ होकर उसने हत्या की योजना बना ली। 3 नवम्बर की शाम को कुम्मन, पूरन सिंह और उनके दो साथी — प्रेम सिंह और नरेन्द्र उर्फ राजू उर्फ भूरा — मुकेश की ट्यूबवेल पर शराब पी रहे थे। इसी दौरान कहासुनी हुई और चारों ने मिलकर मुकेश का मुँह दबा दिया। जब मुकेश बेहोश हो गया, तो चारों ने मिलकर उसके गले में अंगोछा बांधकर पेड़ से लटका दिया ताकि यह आत्महत्या जैसा लगे। पुलिस के अनुसार,गिरफ्तार अभियुक्त कुम्मन का आपराधिक इतिहास भी रहा है। उस पर डकैती, गैंगस्टर एक्ट और गुंडा एक्ट जैसे कई गंभीर मामले दर्ज हैं। फिलहाल दोनों अभियुक्तों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है और फरार अभियुक्तों की तलाश जारी है। बुलन्दशहर पुलिस की इस कार्रवाई से यह साफ हो गया है कि कानून के शिकंजे से कोई नहीं बच सकता।