मनुष्य द्वारा किया हुआ कर्म का फल अवश्य भोगना पडता हैं- अवनीश भाई जी महाराज

निष्पक्ष जन अवलोकन।
अनिल तिवारी।
भदोही। गोपीगंज क्षेत्र के सुजातपुर में आयोजित श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के संगीतमय प्रवचन में कथा वाचक आचार्य अवनीश भाई जी महाराज ने दूसरे दिन भागवत और पुराणों के बारे में चर्चा किया। महाराज ने कहा कि श्रीमद भागवत में भगवान और उनके भक्तों के चरित्र का बखान हो। कहा कि राम और कृष्ण कला अवतार हैं, दोनों अवतार पूर्ण ब्रह्म हैं। ओम के विभाजन के बाद वेदों का निर्माण हुआ और पांचवे वेद के रूप में महाभारत की रचना की लेकिन वेद व्यास को संतुष्टि नहीं हुई। महाराज ने कहा कि आज के समय में लोगों के पास वेद पुराण पढ़ने का समय नहीं हैं, इसलिए लोगों को ज्ञान और भक्ति पर लाने के लिए तमाम आध्यात्मिक कथाये हैं जिससे लोग सीख लेते हैं। आचार्य अवनीश भाई जी महाराज ने चिता जाहिर कहते हुए कहा कि लोग वेद व्यास के बातों को लोग नहीं समझ पाए और वेद की बातों को अपने हिसाब से अर्थ का अनर्थ कर देते हैं, जो सर्वथा अनुचित हैं। आचार्य जी ने प्रवचन में नारद के पूर्व जन्म की कथा सुनाई। मनुष्य द्वारा किया हुआ कर्म का भोगना ही पडेगा। इस मौके पर अशोक शुक्ला, नीरज मिश्रा, प्रजेश त्रिपाठी, मनीष शुक्ला, विजय पाण्डेय, संजय तिवारी, आशीष मिश्रा, अरुणेश पाण्डेय, पट्टर पाण्डेय, सुधाकर पाण्डेय, दिवाकर पाण्डेय और उमाशंकर पाण्डेय समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।