बडे बाबा के दरबार में दंडवत परिक्रमा लगाते हुए श्रद्धालु

बडे बाबा के दरबार में दंडवत परिक्रमा लगाते हुए श्रद्धालु

निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत ।। सिरौलीगौसपुर ।कार्तिक पूर्णिमा से पहले श्री समर्थ साहेब जगजीवन दास बड़े बाबा के कोटवा धाम में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है। क्षेत्र के पत्तीपुर, आगानपुर, रानीकटरा, दुल्हदेपुर, मदारपुर और मरकामऊ सहित कई गांवों के सैकड़ों बच्चे और श्रद्धालु दंडवत परिक्रमा करते हुए पवित्र अभरन सरोवर पहुंच रहे हैं। सोमवार को श्रद्धालु अभरन सरोवर में स्नान और ध्यान करने के बाद बड़े बाबा के मंदिर स्थित समाधि स्थल की परिक्रमा कर रहे हैं। वे मनवांछित फलों की प्राप्ति और विश्व मानव कल्याण की कामना कर रहे हैं। सतनाम संप्रदाय के अनुयायी देवोत्थानी एकादशी तिथि की सुबह बासी चौक से दंडवत परिक्रमा करते हुए बाबा की ड्योढ़ी पर पहुंचते हैं और माथा टेकते हैं। यह प्राचीन परंपरा आज भी कायम है। रविवार को भी कई श्रद्धालु परिक्रमा कर कोटवाधाम पहुंचे और बाबा की ड्योढ़ी पर माथा टेका। सतनाम संप्रदाय के प्रथम प्रवर्तक समर्थ जगजीवन दास साहब के स्थान पर आयोजित होने वाली इस दंडवत परिक्रमा में आसपास के गांवों के अलावा गोंडा, बहराइच और अयोध्या जिले के श्रद्धालु भी शामिल होते हैं। वे पहले पवित्र सरोवर में स्नान करते हैं, फिर दंडवत करते हुए जगजीवन दास मंदिर जाते हैं। मंदिर में श्रद्धालु पांच से सात फेरी लगाकर बाबा की चौखट पर माथा टेककर परिक्रमा पूरी करते हैं। बताया जाता है कि सभी के हाथ में बेल की लकड़ी की एक गुल्ली होती है, जिसे वे अपने आगे रखकर पीछे लेटकर बाबा का जयघोष करते हुए आगे बढ़ते हैं। कोटवाधाम पर आसपास के गांवों के लोग रविवार को ही पहुंच गए थे, जबकि दूर से आने वाले श्रद्धालु पूर्णिमा के दिन यहां पहुंचेंगे। मान्यता है कि बाबा की परिक्रमा करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।