नौकरशाहों की भूमिका में बदलाव जरूरी, देश के विकास हेतु - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन, बीपीआई ।

नौकरशाहों की भूमिका में बदलाव जरूरी, देश के विकास हेतु - डॉ अरविन्द वर्मा, चेयरमैन, बीपीआई ।

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया ब्यूरो चीफ। चित्रकूट। पटना उच्च पद व तमाम सुविधाएं प्राप्त करके आज के नौकरशाह देश की सेवा करने के बजाय मेवा प्राप्त करने को आतुर हो गए हैं। नौकरशाहों के पास अपर्याप्त शक्ति व सत्ता ने ही भ्रष्टाचार को एक वृहद समस्या बना दिया है। उक्त बातें, बिहारी पॉवर ऑफ इंडिया के संस्थापक चेयरमैन डॉ अरविन्द वर्मा ने एक विशेष भेंट में मीडिया से कही। आगे डॉ वर्मा ने कहा नौकरशाहों के पास अत्याधुनिक परिवहन के साधन एयरकंडीशन ऑफिस, घुमावदार चेयर तथा अपार धन होता है। नौकरशाह अपनी शिक्षा व अधिकारों का दुरुपयोग करते हुए इस प्रकार के वातावरण का निर्माण कर देते हैं जिससे रिश्वत प्रणाली का चलन परंपरा बन जाती है, जिसमें राजनीतिबाजों का भी हिस्सा होता है। नतीजतन, आम जनता समझने लगी है कि कोई भी प्रशासनिक कार्य बगैर घूस दिए नहीं होता है। आगे डॉ वर्मा ने कहा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में देशहित के लिए नौकरशाहों की भूमिका में बदलाव अपरिहार्य है। इस पद्धति में यदि बदलाव नहीं किया गया तो देश विकास बाधक होता रहेगा।