महरौनी सरस्वती विद्या मंदिर में वाहन शुल्क के नाम पर वसूली जा रही मोटी रकम
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निष्पक्ष जन अवलोकन । क्राइम ब्यूरो अखिलेश कुमार
ललितपुर। सरस्वती विद्या मंदिर में बाहन शुल्क के नाम पर वसूली जा रही मोटी रकम, 10 महीने की जगह 12 महीने का किराया शुल्क जमा करने को मजबूर छात्र के अभिभावक। खबर जनपद ललितपुर के तहसील महरौनी से है जहां सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज महरौनी में पढ़ने वाले छात्रों से प्रतिवर्ष विद्यालय शुल्क बढ़ाकर लोगों की जेबों पर डाला जा रहा है डाका। बता दें कि प्रतिवर्ष छात्रों का विद्यालय शुल्क के साथ-साथ वाहन शुल्क भी बढ़ाया जा रहा है। बता दें कि सभी विद्यालय में बोर्ड परीक्षा एग्जाम प्रारंभ होने को लेकर विद्यालय के स्टाफ द्वारा अभिभावकों से विद्यालय की वाहन शुल्क एवं विद्यालय शुल्क के नाम पर दुर्व्यवहार किया जा रहा है और अभिभावकों को जबरदस्ती रुपया जमा करने को मजबूर किया जा रहा है। विद्यालय प्रधानाचार्य और स्टाफ द्वारा छात्रों के बोर्ड परीक्षा प्रवेश पत्र न देकर अभिभावको के साथ बदतमीजी की जा रही है। इस प्रकार से जबरदस्ती छात्रों के अभिभावक लोगों की जेब पर डाका डाला जा रहा है। विद्यालय के प्रधानाचार्य द्वारा अपनी मनमानी चलाई जा रही है जो छात्रों के अभिभावकों से तमीच से बात तक नहीं करते हैं और स्वयं बात करने से आना कानी करते हुए अपने बाबुओं के पास भेज रहे हैं। विद्यालय की वाहन प्रभारी से बात करने पर अभिभावकों को बताया गया कि विद्यालय प्रबंध समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि 10 महीने वाहन चलाकर 12 महीने का किराया लिया जाना है हम उसमें कुछ नहीं कर सकते हैं। इस प्रकार से सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज महरौनी में लोगों से जबरदस्ती शुल्क के नाम पर बोर्ड परीक्षा के प्रवेश पत्र देने के लिए छात्रों के अभिभावकों को परेशान किया जा रहा है। ऐसा नहीं है कि यह सिर्फ एक ही विद्यालय के स्टाफ द्वारा किया जा रहा है जबकि यह दुर्व्यवहार सभी विद्यालय के स्टाफ द्वारा सभी छात्रों के अभिभावकों से किया जा रहा है। खबर के माध्यम से प्रशासन से अपील की जाती है कि सभी विद्यालयों में प्रशासन द्वारा आदेश होना चाहिए कि किसी भी छात्र का बोर्ड परीक्षा एग्जाम प्रवेश पत्र ना रोका जाए और बोर्ड परीक्षा एग्जाम में सत प्रतिशत छात्रों को शामिल होने के लिए किसी भी स्थिति में किसी भी छात्र का प्रवेश पत्र विद्यालय स्टाफ द्वारा दिया जाए।