बजाज हिन्दुस्थान शुगर लि. बरखेड़ा ने जारी किया मिल बंदी

निष्पक्ष जन अवलोकन.... रिपोर्ट प्रेमशंकर... जनपद पीलीभीत बजाज हिन्दुस्थान शुगर लि. बरखेड़ा ने जारी किया मिल बंदी का नोटिस पीलीभीत / बरखेड़ा चीनी मिल सम्बंधित सभी गन्ना किसानों को कैलेंडर की सभी पर्चियां जारी कर दी गयी है। किसानो के गन्ने की सुगमता पूर्वक आपूर्ति के लिए 12 पक्ष एवं 15 कालम मे कैलेंडर बनाया गया था। बरखेड़ा चीनी मिल से सम्बंधित सहकारी गन्ना समिति बीसलपुर, पूरनपुर, पीलीभीत एवं नबाबगंज ने किसानों को कैलेंडर की सभी पर्चियां जारी कर दी है। बरखेड़ा चीनी मिल द्वारा 12 नवम्बर 2024 को अपने पेराई सत्र का शुभारम्भ किया गया था। आज तक चीनी मिल ने 41.45 लाख कुं गन्ने की पेराई की है। पिछले पेराई सत्र मे चीनी मिल द्वारा 50.66 लाख कुं गन्ने की पेराई की थी। वर्तमान मे चीनी मिल को पेराई हेतु पर्याप्त गन्ना नहीं मिल पा रहा है। मिल को प्रतिदिन पेराई के लिए 75000 कुं गन्ना चाहिए लेकिन 35000 से 40000 कुं गन्ना ही मिल पा रहा है। ऐसी स्थिति मे मिल का संचालन ठीक से नहीं हो पा रहा है। पर्याप्त इंडेंट देने के बावजूद चीनी मिल को गन्ना नहीं मिल पा रहा है। मुख्य गन्ना कैलेंडर एवं एडिशननल कैलेंडर की समस्त पर्चियां किसानो को जारी कर दी गयी हैं। सबसे पहले मुख्य कैलेंडर की उसके बाद अतिरिक्त कैलेंडर की। इस प्रकार दोनों कैलेंडर की सारी पर्चियां किसानो को जारी कर दी गयी हैं। अभी भी जिन किसानो के पास पेराई योग्य अवशेष गन्ना हैं, वह 5- 6 दिन मे मिल को गन्ने की आपूर्ति कर दे स किसानो को मिल गेट पर ही पर्ची मिल जायेगी। इसके लिये किसान को पहचान पत्र एवं एक तुली हुई पर्ची साथ लाना होगा। किसी भी असुविधा के लिये महाप्रबंधक गन्ना, सचिव सहकारी गन्ना विकास समिति बीसलपुर, पूरनपुर, पीलीभीत, नबाबगंज एवं ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक बरखेड़ा, बीसलपुर, पूरनपुर, नबाबगंज से संपर्क करे। सभी अधिकारियो को मुख्यालय पर ही रहने के निर्देश दिये है। गन्ना विकास निरीक्षकों एवं पर्वेक्षको को निर्देश दिये गए है कि वह अपने अपने सर्किल मे भ्रमण कर किसानो से सम्पर्क कर ले। यदि किसी किसान के पास बुवाई के लिये गन्ना खड़ा है तो उससे लिखित ले लें। लेकिन यदि किसी के पास पेराई योग्य गन्ना है तो उसे चीनी मिल मे आपूर्ति करवा दें। चीनी मिल के आवंटित क्षेत्र का समस्त पेराई योग्य गन्ना समाप्त होने के बाद ही चीनी मिल को नो - केन प्रमाण पत्र जारी करे स तथा साथ ही मिल बंदी के सम्बन्ध मे व्यापक प्रचार प्रसार करें।