विटामिन ए संपूर्णन कार्यक्रम का हुआ आगाज नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को दी जाएगी खुराक जिला चिकित्सालय में लाभार्थी की मां ने फीता काटकर किया शुभारंभ
निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जिला चिकित्सालय स्थित प्रसवोत्तर केंद्र में शनिवार को विटामिन-ए संपूर्णन कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी सीएमओ डॉ. इम्तियाज अहमद की उपस्थिति में नन्हीं लाभार्थी की मां श्रीमती रोशनी खान द्वारा फीता काटकर किया गया। 24 जनवरी तक चलेगा अभियान मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. इम्तियाज अहमद ने बताया कि यह विशेष अभियान 27 दिसंबर से 24 जनवरी तक संचालित किया जाएगा। इस दौरान जिले के नौ माह से लेकर पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को विटामिन-ए की खुराक से आच्छादित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि विटामिन-ए बच्चों के सर्वांगीण विकास और उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए अनिवार्य है। क्यों जरूरी है विटामिन-ए? डॉ. अहमद ने जानकारी दी कि छोटे बच्चों का शरीर स्वयं विटामिन-ए नहीं बना सकता, इसलिए इसे ड्रॉप या आहार के रूप में देना आवश्यक है। इसकी कमी से बच्चों में: रतौंधी (रात में दिखाई न देना) की समस्या हो सकती है। बार-बार सर्दी, जुकाम और अन्य संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। शारीरिक विकास रुक सकता है। खुराक का अंतराल चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, विटामिन-ए की पहली खुराक बच्चे को 9 महीने की उम्र में मीजल्स (खसरा) के टीके के साथ दी जाती है। इसके बाद, जब तक बच्चा 5 साल का नहीं हो जाता, तब तक हर 6 महीने के अंतराल पर अगली खुराक दी जानी चाहिए। ये रहे उपस्थित। इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. गजेंद्र सिंह, चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेश भारती, यूनिसेफ की डीएमसी सबा परवीन सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी और लाभार्थी परिवार उपस्थित रहे।