राष्ट्रीय जन मानस पार्टी की मासिक बैठक हुई
निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत।। सिरौलीगौसपुर बाराबंकी। आजादी के सात दशक बाद भी जिन समुदायों को अभी तक न्याय नहीं मिला, जिन्हें सदियों से हाशिए पर रखा गया, जिनकी जमीन, सम्मान और अधिकार छीने गए—उन मूलनिवासी, आदिवासी, दलित, शोषित, वंचित समुदायों की प्रामाणिक आवाज बनकर उभरा है राष्ट्रीय जनमानस पार्टी संगठन। उक्त विचार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सियाराम रावत ने केंद्रीय कार्यालय श्री कोटवाधाम में उपस्थित ग्राम संयोजकों क मासिक बैठक में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह राजपा संगठन स्पष्ट करता है कि भारत के असली मालिक इस भूमि के मूलनिवासी हैं। जल, जंगल, जमीन पर उनका पहला हक है। भविष्य में सत्ता में आने पर हम पैसा कानून को पूरी तरह लागू करने, पांचवीं अनुसूची के तहत आदिवासियों को पूर्ण स्वायत्तता देने, वन अधिकार अधिनियम 2006 के लंबित दावों को मान्य करने का वादा करती है। समाजसेवी सेवानिवृत शिक्षक लाल कुंवर रावत ने कहा कि दलित एवं अति-पिछड़े समाज के लिए यह पार्टी एससी/एसटी एट्रोसिटी एक्ट को और मजबूत करने, निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू करने, दलित उद्यमियों को बिना गारंटी ऋण तथा सरकारी खरीद में प्राथमिकता देने की बात करती है। साथ ही, जातिगत जनगणना करवाकर सभी वंचित समुदायों को जनसंख्या के अनुपात में बजट, शिक्षा और नौकरियों में हिस्सेदारी दिलाना इसका प्रमुख एजेंडा है। सेवानिवृत्ति बैंक मैनेजर दुर्गा प्रसाद रावत ने कहा कि अब सिर्फ वोट बैंक नहीं, हम सत्ता के भागीदार बनेंगे। यह केवल एक राजनीतिक दल नहीं, उन करोड़ों भारतीयों का स्वाभिमान आंदोलन है जिन्हें अब तक सिर्फ वादे मिले, हक नहीं। यदि यह पार्टी सत्ता में आई तो भारत का संविधान वास्तविक अर्थों में बाबासाहेब अम्बेडकर, बिरसा मुंडा और सावित्रीबाई फुले का सपना पूरा होगा। उन्होंने कहा कि राजपा संगठन वह आवाज है जो सदियों से दबी थी, अब वह गूंज बनकर पूरे देश को जगाने वाला है। कार्यवाहक जिला अध्यक्ष डॉ सत्यनाम शरण दास के संचालन में संपन्न हुई इस मासिक बैठक में राम कैलाश रावत, देवकरन प्रसाद, राम किशोर, सत्यनाम शरण, फूलचंद, प्रमोद रावत, राजेश कुमार, प्रदीप यादव, अनिल यादव, दुर्गा प्रसाद, संत कुमार आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किया। -