मां की गोद उजड़ी, नदी ने निगल लिया लाल

मां की गोद उजड़ी, नदी ने निगल लिया लाल

निष्पक्ष जन अवलोकन। रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी।

 जीवितपुत्रिका व्रत पर मां कर रही थी बेटे की लंबी उम्र की दुआ, उसी के सामने गहराई में डूब गया मासूम

 रुद्रपुर (देवरिया)। जीवितपुत्रिका व्रत पर जहां माताएं अपने लाल की लंबी उम्र की कामना में घाट पर सिर नवाए खड़ी थीं, वहीं रुद्रपुर की एक मां की गोद सूनी हो गई। आस्था और मातृत्व की इस घड़ी में ऐसा दर्दनाक मंजर सामने आया कि देखने वालों की आंखें नम हो गईं। नगर पंचायत रुद्रपुर के टेढ़ा स्थान वार्ड निवासी लगभग 12 वर्षीय कुणाल पुत्र अमूल्यरत्न उर्फ लाला रविवार को अपनी मां के साथ सेमरौना नदी पर स्नान करने गया था। मां अपने बेटे के दीर्घायु होने का व्रत निभा रही थी, लेकिन नियति को कुछ और ही मंज़ूर था। चंद पलों में ही कुणाल गहराई में चला गया और पानी की लहरों ने मासूम की सांसें छीन लीं। लोगों ने चीख-पुकार सुनकर खोजबीन शुरू की, लेकिन मासूम को बचाया नहीं जा सका। पूरे इलाके में मातम छा गया, वहीं घाट पर मौजूद हजारों महिलाएं भी सन्न रह गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि घाट पर व्रती महिलाओं के कपड़े बदलने के लिए घेरे बनाए गए थे, मगर सुरक्षा व्यवस्था नदारद रही। नदी किनारे न बैरिकेडिंग थी, न ही गश्त। अगर पुख्ता इंतज़ाम होते तो यह हादसा टल सकता था। आस्था और भीड़ के बीच सुरक्षा की अनदेखी ने एक मां से उसका लाल छीन लिया। जीवितपुत्रिका व्रत पर हुई इस घटना ने प्रशासनिक लापरवाही पर भी गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं।