नियम की सीख देने वाली खाकी, खुद तोड़ रही नियम

नियम की सीख देने वाली खाकी, खुद तोड़ रही नियम

नियमों की सीख देने वाली खाकी खुद तोड़ रही नियम

जनमानस से जुर्माना वसूलकर आंकड़े दुरुस्त कर रही पुलिस

गार्डों के कंधों पर यातायात दुरुस्त करने की जिम्मेदारी

निष्पक्ष जन अवलोकन 

दिव्यांश प्रताप सिंह 

खागा : यातायात नियमों का पालन करने के लिए आम जनमानस को सीख देने वाली खाकी खुद नियमों को तोड़ रही है। गुरुवार को नियमों की अनदेखी कर सिपाही, बिना हेलमेट के ही बाइक दौड़ाते दिखे। इसके पीछे यही वजह है कि पुलिस कर्मियों पर कभी-कभार ही कार्यवाही होती है। जबकि, वाहन चालकों पर चेकिंग के दौरान प्रतिदिन कार्रवाई कर जुर्माना वसूल कर आंकड़े दुरुस्त किया जा रहे हैं। इस तरह से यातायात माह बेमकसद साबित हो रहा है। यातायात माह नवंबर में ट्रैफिक पुलिस आम जनमानस को नियमों के प्रति पालन करने के लिए पंपलेट वितरित कर जागरूक करने का काम कर रही है। कॉलेज व स्कूलों में छात्र-छात्राओं को नियमों का पालन करने को प्रेरित कर रही है। इसी के साथ नियमों का पालन न करने वालों की गाड़ियों का चालन कर सीज की कार्रवाई भी की जाती है। लेकिन कुछ पुलिस कर्मियों पर नियम कोई मायने नहीं रखते हैं। और वह नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। गार्डों के भरोसे चौक चौराहे की जिम्मेदारी, लगता जाम प्रतिदिन चार से पांच हजार वाहनों का आवागमन बना रहता है। बावजूद इसके पुलिस प्रशासन की अनदेखी से राहगीरों को जाम की समस्या से घंटा जूझना पड़ता है। कारण! चिन्हित किए कुछ गार्डों पर ही कस्बे का यातायात दुरुस्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। पुलिस के सामने बाइक पर पशुओं को लाद निकलते बाइक सवार चौक चौराहे व पुराने बस स्टैंड पर पुलिस की तैनाती होती तो है। लेकिन वह सिर्फ आकंड़े दुरुस्त करने के लिए कमजोर, किसान, गरीबों को यातायात का पाठ पढ़ाकर जुर्माना वसूलने का काम करती है। विडंबना यह है कि पुलिस की नजरों के सामने बाइक पर बकरियों को लाद कर निकलने वाले बाइक सवारों को रोकने_टोकने वाला कोई नहीं है।