मुसमरिया में राष्ट्र जागरण नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का पंचम दिवस श्रद्धा एवं वैदिक परंपरा के साथ सम्पन्न

मुसमरिया में राष्ट्र जागरण नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ का पंचम दिवस श्रद्धा एवं वैदिक परंपरा के साथ सम्पन्न

निष्पक्ष जन अवलोकन।मनीष सिंह जादौन उरई(मुसमरिया)गायत्री प्रज्ञा पीठ, मुसमरिया में आयोजित राष्ट्र जागरण नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत महापुराण कथा के पंचम दिवस का आयोजन गुरुवार को पूर्ण श्रद्धा, अनुशासन एवं वैदिक गरिमा के साथ सम्पन्न हुआ।प्रातःकालीन सत्र में गायत्री महायज्ञ वैदिक विधि-विधान के अनुसार दो पालियों में सम्पन्न हुआ। यज्ञ विधान गायत्री तीर्थ शांतिकुंज, हरिद्वार से पधारी टोली एवं आध्यात्मिक संदेश वाहक आदरणीय “भोले श्री” अनिलेश तिवारी के सान्निध्य में सम्पन्न कराया गया।देव पूजन क्रम में परम् पूज्य गुरुदेव एवं वन्दनीया माताजी का पूजन भगवान सिंह (ग्राम अटरिया) द्वारा किया गया। अखण्ड दीपक पूजन श्री विकास जी (अटरिया) ने सम्पन्न किया।विश्वमाता, देवमाता एवं वेदमाता गायत्री का पूजन हरि ओम महाराज द्वारा तथा मुख्य कलश पूजन श्री जय नारायण कटियार (उरई) द्वारा किया गया। तत्व वेदियों का संयुक्त पूजन मनोज एवं दीपू (चुर्खी), आदेश (अटरिया), नरोत्तम सिंह (रूरा) एवं संजय (दमनपुरा) द्वारा सम्पन्न कराया गया।महायज्ञ में समस्त साधकों, परिजनों एवं श्रद्धालुओं ने गायत्री महामंत्र, महामृत्युंजय महामंत्र एवं विशेष आहुतियों के माध्यम से यज्ञ भगवान को आहुतियाँ अर्पित कीं। लगभग 500 यजमानों ने दो पालियों में श्रद्धापूर्वक आहुतियाँ प्रदान कीं। इस अवसर पर 20 गुरुदीक्षाएँ भी सम्पन्न हुईं। अंत में गायत्री माता एवं यज्ञ भगवान की आरती, यज्ञशाला परिक्रमा एवं प्रसाद वितरण के साथ प्रातःकालीन सत्र सम्पन्न हुआ। आयोजकों ने बताया कि यह महायज्ञ राष्ट्र जागरण एवं आत्मिक शक्ति संवर्धन के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है।अपराह्न सत्र में श्रीमद्भागवत महापुराण कथा का शुभारंभ भागवत भगवान की आरती के साथ किया गया। सर्वदेव जयघोष के बीच श्रद्धालुओं से सुव्यवस्थित रूप से पांडाल में स्थान ग्रहण करने का निवेदन किया गया।अपराह्न बेला में देव पूजन क्रम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश सरकार के माननीय राज्य मंत्री अजीत पाल सिंह का कथा पांडाल में आगमन हुआ। आध्यात्मिक गरिमा के साथ कथा व्यास जी द्वारा मंत्री जी को पुष्पहार पहनाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने जयघोष के साथ अतिथि का स्वागत किया। मंत्री जी ने महायज्ञ एवं श्रीमद्भागवत कथा जैसे आयोजनों को समाज में नैतिक चेतना, संस्कार संवर्धन एवं सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण का प्रभावी माध्यम बतायाप्रातःकालीन सत्र का संचालन अखिल विश्व गायत्री परिवार, जनपद जालौन के वरिष्ठ प्रज्ञा पुत्र रणवीर सिंह जादौन (ग्राम रूरा अड्डू) द्वारा किया गया। अपराह्न सत्र में अंतर्राज्यीय वक्ता लक्ष्मण सिंह जादौन तथा सायंकालीन बेला में मुख्य प्रबंध ट्रस्टी, श्री गायत्री शक्तिपीठ उरई महेश चंद्र सैनी द्वारा संचालन किया गया।कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की सहभागिता रही। आयोजन से क्षेत्र में आध्यात्मिक चेतना, सांस्कृतिक मूल्यों एवं राष्ट्र जागरण की भावना को नई दिशा मिली है।