किसान संगठनों की आड़ में सक्रिय आपराधिक तत्वों पर कार्रवाई की मांग भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत ।। बाराबंकी। जनपद में कुछ तथाकथित किसान संगठनों में आपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्तियों की सक्रियता से वास्तविक किसान संगठनों की छवि लगातार खराब हो रही है। ऐसे असामाजिक तत्व किसान हितों के नाम पर अवैध गतिविधियों को अंजाम देकर किसानों और किसान आंदोलनों को बदनाम कर रहे हैं। इस गंभीर समस्या को लेकर भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश से हस्तक्षेप की मांग की है। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के जिलाध्यक्ष राम बरन वर्मा के नेतृत्व में जिला अधिकारी, के माध्यम से मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन सौंपा गया। ज्ञापन में मांग की गई कि किसान संगठनों की आड़ में सक्रिय आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों की निष्पक्ष जांच कराई जाए तथा दोषी पाए जाने पर उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। राम बरन वर्मा ने बताया कि किसान संगठन हमेशा से किसानों की समस्याओं, जैसे—फसल मूल्य, सिंचाई, खाद-बीज, बिजली और मुआवज़े जैसे मुद्दों को लेकर शांतिपूर्ण एवं लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष करते रहे हैं, लेकिन कुछ लोग स्वयं को किसान नेता बताकर संगठन में घुसपैठ कर रहे हैं और अपने निजी स्वार्थों की पूर्ति के लिए अवैध गतिविधियों को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे तत्वों की वजह से प्रशासन और आम जनता के बीच किसान संगठनों की छवि प्रभावित हो रही है, जिससे वास्तविक किसानों की आवाज़ दब रही है। कई बार इन तथाकथित संगठनों द्वारा की गई गतिविधियों के कारण कानून-व्यवस्था की स्थिति भी प्रभावित होती है, जिसका खामियाजा निर्दोष किसानों को भुगतना पड़ता है। जिलाध्यक्ष ने यह भी कहा कि यदि समय रहते इन लोगों पर कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में किसान आंदोलनों की विश्वसनीयता पर गंभीर संकट खड़ा हो सकता है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि प्रदेश स्तर पर ऐसे लोगों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएँ, ताकि किसान संगठनों की गरिमा बनी रहे और वास्तविक किसानों को न्याय मिल सके। जिला प्रशासन ने ज्ञापन को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।