इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एक बार फिर से लामबंद होने की तैयारी मे

इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एक बार फिर से लामबंद होने की तैयारी मे

निष्पक्ष जन अवलोकन।रत्नेश सारस्वत।प्रयागराज :-इलाहाबाद उच्च न्यायालय के अधिवक्ता एक बार फिर लामबंद होने की तैयारी मे है क्योंकि इलाहाबाद के बार एसोसिएशन के सचिव ने बताया कि एक अधिवक्ता साथी ने दिल्ली न्यूज़ पेपर की कटिंग भेजी है जिसमे खबर छपी है कि दिल्ली हाई कोर्ट के एक जज के घर मे आग लग गई।जब आग बुझाने के लिए अग्नि विभाग वहां पहुंच तो जज के घर मे आग कि सूचना पर बड़ी संख्या मे फोर्स मौजूद थी इसी दौरान जज के घर से कैश बरामद हुआ। बड़ी संख्या मे कैश बरामद होने कि वजह से उनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लग गया है फिर क्या था काॅलेजियम ने अनन-फनन मे फैसला लेकर भ्रष्टाचार के आरोपी जज को पैरंट हाई कोर्ट यानी की इलाहाबाद हाई कोर्ट भेज दिया। अब विरोध इस बात का है कि एक भ्रष्टाचारी जज को जांच के बजाय इलाहाबाद हाई कोर्ट भेजा जा रहा है कि इलाहाबाद हाई कोर्ट कोई प्रयोगशाला नहीं है कोर्ट के निर्णय पर सवाल खड़े होगे। क्योंकि उसके ऊपर भ्रष्टाचार का दाग लग गया है भ्रष्टाचार के आरोपी जज को यहा भेजने के बजाय काॅलेजियम छुट्टी दे देता यदि वह भ्रष्टाचार से मुक्त हो जाते तो उन्हें यहां पर नियुक्ति दे देते हाई कोर्ट भेजने की वजह से इलाहाबाद हाई कोर्ट न्याय प्रणाली कि पारदर्शिता पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है कि एक भ्रष्टाचार झेल रहे जज को यहां पर भेज के क्या साबित होगा कि आरोपी जज कितने निष्पक्षता से निर्णय करेंगे यह सवाल खड़ा हो रहा है इलाहाबाद बार एसोसिएशन के कार्यकारणी इस चीज का विरोध करती है इलाहाबाद बार एसोसिएशन 24 मार्च दोपहर 1:00 बजे जरनल हाउस बुलाकर वार्ता कि जाएगी वार्ता मे अधिवक्ता साथियों से बात करने पर निर्णय लिया जाऐगा कि क्या करना है यदि अधिवक्ता साथी तैयार होगे तो इस मामले को लेकर इलाहाबाद बार एसोसिएशन बहुत बड़ा आन्दोलन करेगा कुल मिलाकर किसी भी दशा मे आरोपित भ्रष्टाचारी जज को इलाहाबाद हाई कोर्ट मे स्वीकार नहीं किया जाएगा।