सिंचाई विभाग की माइनर कटी फसल हुई जलमग्न किसानों की फसल को हुआ नुकसान
निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत।। सिरौलीगौसपुर।क्षेत्र में सिंचाई विभाग की कथित लापरवाही सामने आई है। पीठापुर माइनर की पटरी दो जगह से कट जाने के कारण सैकड़ों बीघा गेहूं और सरसों की फसल जलमग्न हो गई। किसान अपनी फसल बचाने के लिए पंपिंग सेट लगाकर पानी निकालने का प्रयास कर रहे हैं। यह घटना शुक्रवार सुबह सिरौलीगौसपुर तहसील क्षेत्र के पीठापुर माइनर में हुई। सुबह जब किसान अपने खेतों पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि उनकी बोई हुई फसल पानी में डूबी हुई है। दर्जनों किसान अपने खेतों को जलमग्न देखकर परेशान हो गए। किसानों ने तुरंत माइनर की पटरी को अपने हाथों से बांधने का प्रयास किया। उन्होंने आरोप लगाया कि नहर विभाग ने सफाई करते समय मानकों का ध्यान नहीं रखा और आधी-अधूरी साफ-सफाई करवाई, जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई। पीठापुर माइनर से जुड़े किसान सुरेंद्र कुमार, प्रेम चंद्र, सहदेव कुमार, जगतनारायण, जयनारायण और सदाशिव सहित दर्जनों किसानों ने चंदा इकट्ठा कर डीजल मंगवाया। इसके बाद उन्होंने पंपिंग सेट लगाकर खेतों से पानी निकालने का काम शुरू किया। किसान सुरेंद्र कुमार ने बताया कि यह माइनर पीठापुर होते हुए दर्जनों गांवों को जोड़ती है। इसकी सफाई केवल सड़क के किनारे करवा दी गई थी, जबकि बीच का हिस्सा छोड़ दिया गया। जब माइनर में पानी छोड़ा गया, तो वह आगे नहीं बढ़ पाया, जिससे पटरी कट गई और उनकी सरसों व गेहूं की फसल डूब गई। किसानों को आशंका है कि पानी भरने से फसल में रोग लग जाएगा और वह पीली पड़ जाएगी। किसान सदाशिव ने बताया कि सफाई कार्य के दौरान उन्होंने पूरी नहर की साफ-सफाई करवाने की मांग की थी, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई और मनमर्जी से खुदाई करवाई गई। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा है 'किसानों की बात खेत पर सुनी जाएगी' के दावे के बावजूद यहां उनकी सुनने वाला कोई नहीं है।