विश्व एड्स दिवस के अवसर पर जनपद के राजकीय इंटर कालेज की अध्यापिका प्रियंका शिवहरे ने जागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।

निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में सोमवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ,इम्तियाज अहमद ने बताया कि हर साल की तरह इस वर्ष भी 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जा रहा है, जिसका उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना, भेदभाव कम करना और पीड़ितों को समाज में सम्मान दिलाना है। नोडल अधिकारी डॉ0 राम नरेश सोनी ने बताया कि सभी लोगों को एचआईवी जांच, उपचार और सलाह तक सरल, सुलभ और बिना भेदभाव के पहुंच मिले। एड्स के मरीजों के लिए सम्मानपूर्ण समाज की आवश्यकता है। एड्स महामारी की रुकावटों का मिलकर सामना करना, सामुदायिक भागीदारी और सहयोग आवश्यक है। 2030 तक एड्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरे के रूप में समाप्त करने का लक्ष्य है। पब्लिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ सौरभ सक्सेना ने बताया कि इस साल 2025 का थीम है — “रुकावटों पर काबू पाना, एड्स के जवाब में बदलाव लाना” । यह थीम वर्तमान समय की सबसे बड़ी चुनौतियों पर केंद्रित है—जैसे कि समाज में भेदभाव तथा जानकारी का अभाव। इस थीम के जरिये संदेश दिया गया है कि एड्स के खिलाफ लड़ाई केवल बीमारी के इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि जरूरी है जागरूकता और सामाजिक सहयोग। सभी को एड्स रोकथाम, उचित उपचार और जागरूकता के प्रसार के लिए एकजुट होने की आवश्यकता है। आईये, इस वर्ष के थीम को अपनाते हुए एड्स के खिलाफ लड़ाई में अपनी जिम्मेदारी निभाएँ और भेदभाव-मुक्त, स्वस्थ समाज की स्थापना करें। “भेदभाव नहीं करें, सहारा बनें — एड्स को हराएं।” रैली के दौरान राजकीय इंटर कालेज ललितपुर के प्रधानाचार्य श्री सुरेन्द्र कुमार, एवं अन्य स्टाफ, सोसाइटी फॉर प्रगति भारत एनजीओ से कार्यक्रम प्रबन्धक हरेन्द्र रिधारिया,एकाउन्टेन्ट विजय बहादुर सिंह पाल,काउन्सलर जशोदा देवी,आउटटी चरवर्कर राजुकंवर, अनिरुद्ध सिंह, गोविन्द कुशवाहा, गंगोत्री, पियर एजुकेटर अनिल, कीर्ति राजकुमारी रामेश्वरी, सीएससी ललितपुर सतीश सोनी तथा जिला क्षयरोग नियंत्रण केन्द्र एवं सीएमओ कार्यालय का स्टाफ आदि उपस्थित रहे।