मानव और विश्व कल्याण के लिए जरुरी है पंचशील सिध्दांत
निष्पक्ष जन अवलोकन

निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रशांत जैन। बिल्सी(बदायूँ)। शुक्रवार को तहसील क्षेत्र के गांव रायपुर बुजुर्ग में शाक्य चौपाल पर चल रही पांच दिवसीय बुध्द कथा के अंतिम दिन कथावाचक रीना शाक्य ने पंचशील सिध्दांत अपनाने की लोगों की अपील की। ताकि समाज और विश्व का कल्याण हो सके। कथा के बाद गौतम बुध्द की वंदना कर खीर का प्रसाद भी वितरित किया गया। कथावाचक ने कहा कि गौतम बुद्ध ने विश्व में शांति, प्रेम, दया, करुणा व मानवता का संदेश दिया। बुद्ध ने प्रकृति प्रेम और मानवता को सबसे ऊंचा स्थान दिया। आज की स्थिति देख बुद्ध का मार्ग ही एक ऐसा मार्ग है जो मानव में भाईचारा को स्थापित कर सकता है। बुद्ध के दिखाए अंहिसा, शांति, करुणा, प्रेम के रास्ते पर चल कर ही मानव धर्म का पालन किया जा सकता है। इस मौके पर पर डा.बीपी मौर्य, केशव शाक्य, चरण सिंह शाक्य, प्रहलाद शाक्य, पीतांबर शाक्य, बांकेलाल सागर, दरियाव सागर, नेत्रपाल पाल, महेश पाल, मुकेश चंद्र मौर्य आदि मौजूद रहे।