जिलाधिकारी से शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति साशी निकाय की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।

जिलाधिकारी से शिवशरणप्पा जीएन की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति साशी निकाय की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में संपन्न हुई।

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया ब्यूरो चीफ। चित्रकूट ।में गत बैठक की कार्य वृतियो पर चर्चा हुई। जिलाधिकारी ने (सीएचओ ) सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा बनाए गए 70 प्लस वर्ष के लोगों का गोल्डन कार्ड डाटा को देखा एवं निर्देशित किया कि जहां पर पापुलेशन ज्यादा है वहां पर प्राथमिकता के साथ बनाएं, उन्होंने कहा कि वृद्धा आश्रम, रामघाट व परिक्रमा मार्ग पर 70 प्लस से अधिक के ऊपर लोग रहते हैं उनका प्राथमिकता के आधार पर कार्य योजना बनाकर बनाएं, जिलाधिकारी ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री का सख्त निर्देश है कि आयुष्मान कार्ड प्राथमिकता के आधार पर बनाएं । आशा चयन के संबंध में उन्होंने कहा कि निष्पक्ष एवं पारदर्शिता से हुआ है कि नहीं एवं नियुक्ति कब तक हो पाएगी नियम अनुसार कराए, जिस पर अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ने बताया कि ग्राम प्रधानों द्वारा सहयोग नहीं मिल पा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी व जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि ग्राम प्रधानों से वार्ता कर कराए। सिजेरियन के संबंध में कहा कि सिजेरियन जिला अस्पताल सीएससी पीएचसी में होनी चाहिए आप लोग रेफर न करें । उन्होंने जिला कार्यक्रम को निर्देशित किया कि नियमित रूप से सैम मैम बच्चे को चिन्हित कर एनआरसी में भर्ती कराए नहीं तो संबंधित बाल विकास परियोजना अधिकारी का वेतन रोक दिया जाएगा। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्र पर लॉजिस्टिक्स के संबंध में कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जो आवश्यक सामग्री है उन्हें खरीदे, कहाँ कि जनपद में शत प्रतिशत सामग्री होनी चाहिए अगले महीने तक इसको पूर्ण कराए नहीं तो संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी । उन्होंने कहा कि जन चौपाल जहाँ पर लगाया जाता वहा टीवी /छह रोग आदि स्वास्थ्य से संबंधित का भी स्टाल लगाये। जिलाधिकारी ने कहा कि गर्भवती महिलाओं का फर्स्ट सेकंड एवं अल्ट्रासाउंड एक बार दो बार आदि चेकअप नहीं हो रहा है सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर आशा एनम से पूछा जाएगा यह पूरा डेटा होनी चाहिए। रोगी कल्याण समिति के लिए जो बजट आता है उसमें से कुछ बजट से अस्पतालों को भी मेंटेन में करें । ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता समिति के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि जिला पंचायत राज अधिकारी को पत्र लिखे की ग्राम प्रधानो से वार्ता कर जो कार्य है उसे कराए। जिलाधिकारी ने आरबीएसके टीम को निर्देशित किया कि जब स्कूल में जाते हैं तो यह देखें कि कितने बच्चों के पेट में दर्द है सर में दर्द है सीने में दर्द है छोटे-छोटे बच्चों की बहुत ही समस्या होती है आप लोग इसका डेटा बनाकर भी रखें। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर सभी में दवाओ की उपलब्धता रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन उप केन्द्र पर विद्युत की व्यवस्था नहीं है वहां पर अधिशासी अभियंता विद्युत से संमन्वय बनाकर निस्तारण कराए। इंस्टीट्यूशनल डिलीवरी के संबंध में जिलाधिकारी ने डीसीपीएम को निर्देशित किया कि हमारे पास बजट है मैनपावर है डिलीवरी यहां न होकर कहाँ करा रही है कहीं आशा तो डाइवर्ट नहीं कर रही है उन्होंने कहा कि ऐसी कितने आशा एनम है जो कार्य नहीं करती है, अधीक्षक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मऊ द्वारा सदन को अवगत कराया गया कि लगभग 40 आशाएं ऐसी हैं जो लाभार्थी महिलाओं को सरकारी अस्पताल में न भेज कर प्राइवेट अस्पताल में भेजती है जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि चिन्हित कर इसकी सूची बनाएं, कहा कि जो आशा कार्य नहीं कर रही है उनकी सेवा से निकालने की प्रक्रिया प्रारंभ करें। प्रसव लाभार्थियों की भुगतान के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि लाभार्थियों का समय से भुगतान कराए। एसएनसीयू आउटकम स्थिति के बारे में नवंबर दिसंबर में हुई बच्चों की मृत्यु के संबंध में कहा कि गलत रिपोर्ट पाए जाने पर संबंधित डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी, उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया की पुष्टाहार प्राथमिकता के आधार पर कराए। जिलाधिकारी ने एनसीपीएस की कार्यप्रगति ठीक ना पाए जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि मैटरनिटी कंसलटेंट अरुण कुमार को कारण बताओं नोटिस जारी करे। जिलाधिकारी ने कहा कि बैठक में जो दिशा निर्देश दिया गया है अगली बैठक में अच्छरशः पालन करके डेटा सहित आए। बैठक में आयुष्मान आरोग्य मन्दिर क्रिया शीलता की स्थिति, जन आरोग्य समिति, जन्म एवं मृत्यु, आयुष्मान कार्ड, राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम, कायाकल्प, नेशनल एंबुलेंस, प्रसव इकाइयों की उपलब्धता, गर्भवती महिलाओं का चिन्हाकन एवं उपचार, प्रसव की स्थिति, ई संजीवनी आदि बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर भूपेश द्विवेदी, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक शैलेंद्र कुमार सिंह, जिला मलेरिया अधिकारी लाल साहब सिंह, जिला पंचायत राज अधिकारी इंद्र नारायण सिंह, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बीके शर्मा सहित अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहित प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उपस्थित थे।