जल, जंगल, जमीन और जीवन की रक्षा हेतु बच्चों का संकल्प

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट। विकास पथ सेवा संस्थान द्वारा डाबर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से कामायनी पब्लिक स्कूल, परसौंजा में पृथ्वी रक्षा यात्रा के अंतर्गत बच्चों के साथ संवाद एवं शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर विद्यालय परिसर बच्चों के उत्साह और प्रकृति प्रेम से गूंज उठा। संवाद कार्यक्रम में बच्चों को जल, जंगल, जमीन और जीवन की रक्षा हेतु प्रेरित किया गया तथा उन्हें सामूहिक शपथ दिलाई गई। बच्चों ने संकल्प लिया कि वे प्रकृति संरक्षण में सक्रिय योगदान देंगे और अपनी माँ के नाम पर एक पेड़ अवश्य लगाएंगे। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. प्रभाकर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा— “प्रकृति का संरक्षण ही हमारे जीवन का संरक्षण है। आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देने के लिए हमें अभी से जल, जंगल और जमीन की रक्षा के लिए ठोस कदम उठाने होंगे।” उन्होंने बच्चों को मां के नाम एक एक के पेड़ लगाने तथा अपने घरों में पोषण वाटिका तैयार कर शुद्ध सब्जी उगाने के लिए प्रेरित किया। इस कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण और सैकड़ों की संख्या में बच्चों ने सक्रिय भागीदारी की। इसी क्रम में उच्च प्राथमिक विद्यालय चिफुला (ब्लॉक मानिकपुर), उच्च प्राथमिक विद्यालय गौरिया (ब्लॉक मानिकपुर) तथा कंपोजिट विद्यालय रायपुरवा माफी में भी संवाद एवं शपथ कार्यक्रम आयोजित किए गए। बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ भाग लेकर प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से पंकज सिंह (प्रधानाचार्य), छेदीलाल सिंह, राजेश त्रिपाठी, सुरेंद्र सिंह, धनंजय सिंह, अमरनाथ, नौशाद, रमेश नामदेव उपस्थित रहे। कंपोजिट विद्यालय रैपुरवामाफी में राजकुमार शर्मा (प्रधानाध्यापक), रोशन लाल सिंह, भोला सिंह, ममता चंदेल, वीरेंद्र कुमार, राकेश कुमार, प्रमिला द्विवेदी तथा उच्च प्राथमिक विद्यालय चिफुला में विनय कुमार सिंह की विशेष उपस्थिति रही। संस्थान की ओर से कार्यक्रम प्रभारी लवलेश सिंह एवं अन्य कार्यकर्ता सक्रिय रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में डाबर इंडिया लिमिटेड के सहयोग से सभी विद्यालयों में बच्चों को फ्रूट जूस वितरित किया गया। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने यह संकल्प लिया कि वे जीवनभर प्रकृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयासरत रहेंगे और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित वातावरण देने में योगदान करेंगे।