संसार दुखालय है, लेकिन भगवान के भक्तों के लिए सुखलय है-राजकुमार शास्त्री

निष्पक्ष जन अवलोकन।
अनिल तिवारी।
भदोही। औराई क्षेत्र के तुलापुर में आयोजित श्रीमदभागवत कथा के संगीतमय प्रवचन में कथावाचक राजकुमार शास्त्री ने कहा कि भगवान के चरणों में शरणागत हो जाने से जीव का कल्याण हो जाता है लेकिन कुछ लोगों को अहम के वजह से यह सौभाग्य नहीं मिलता है, यह तभी संभव है जब भगवान की कृपा हो। महाराज ने बताया कि बिना संत के कृपा से भगवान नहीं मिलता है और ठीक वैसे ही बिना भगवान की कृपा से संत की कृपा नहीं होती। महाराज ने अपने प्रवचन में राजा भरथरी और जड़ भरत की बड़े ही विस्तार से बताया। कहा कि दुनिया में लोग अपने मतलब से ही साथ देते है केवल परमात्मा ही है जो कि जीव से बिना स्वार्थ के कृपा करते है और कल्याण करते है। इसलिए भगवान के कृपा के लिए जीव को हमेशा प्रयत्न करना चाहिए। जीव को सांसारिक सुखो के चक्कर में नहीं पढ़ना चाहिए। मनुष्य को मूक होकर भगवान का भजन करना चाहिए। संसार दुखालय है केवल सुख भगवान के भक्तों को ही है। इस मौके पर अरुण कुमार शुक्ला, महेंद्र कुमार शुक्ला, राजेश कुमार शुक्ला, बब्बू शुक्ला, बनारसी शुक्ला, राकेश शुक्ला समेत भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।