शीतलहर के दृष्टिगत जनपद की गौशालाओं में व्यवस्थाओं के आंकलन हेतु डीएम ने लगाये 33 अफसर
अफसरों की रिपोर्ट में अधिकांश गौशालाओं में ठंड के इंतजाम सहित अन्य व्यवस्थाएं मिली संतोषजनक
कुछेक गौशालाओं में साफ-सफाई व सर्दी इंतजाम पर्याप्त न होने पर सम्बंधितों को व्यवस्थाएं सुदृढ़ करने के दिये गए निर्देश, ,अधिकारियों को नोडल बनाकर समय-समय पर गौशालाओं के निरीक्षण करने के दिये निर्देश, निष्पक्ष जन अवलोकन। अरविन्द कुमार पटेल। ललितपुर। जनपद में ठण्ड के मौसम को दृष्टिगत रखते हुए जनपद की गौशालाओं एवं गौआश्रय स्थलों के सुचारु संचालन हेतु जिलाधिकारी सत्य प्रकाश ने 33 जिला व तहसील स्तरीय अधिकारियों को नामित कर जनपद की विभिन्न गौशाओं का औचक निरीक्षण कराकर व्यवस्थाओं का आंकलन किया। नामित अधिकारियों की प्राप्त निरीक्षण आख्या के अनुसार अधिकांश गौशालाओं में समुचित प्रबंधन एवं आवश्यक सुविधाएं संतोषजनक पायी गईं, निरीक्षण के दौरान गौवंश हेतु शीतनिरोधक व्यवस्था, स्वच्छ चारा पानी की उपलब्धता, पर्याप्त भूसे का भण्डारण, स्वास्थ्य परीक्षण, टीकाकरण, रैनशेड, नियमित साफ-सफाई तथा देखभाल की व्यवस्थाएं दुरुस्त पायी गईं। कई स्थलों पर स्थानीय प्रशासन एवं ग्राम पंचायतों द्वारा अभी से सर्दी से बचाव हेतु अतिरिक्त प्रबंधन भी किये गए हैं, जिससे गौवंश को ठण्ड से बचाने के लिए उपर्युक्त वातावरण सुनिश्चित हो सके। वहीं कुछ गौशालाओं में साफ-सफाई संतोषजनक न पाये जाने एवं सर्दी से बचाव हेतु पर्याप्त इन्तजाम न होने पर सम्बंधित खण्ड विकास अधिकारी, सचिव व ग्राम प्रधान को निर्देशित किया गया कि वह गौशालाओं में समुचित व्यवस्थाओं को जल्द सुदृढ़ करें अन्यथा की स्थिति में सम्बंधितों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। जिलाधिकारी ने निरीक्षण करने वाले सभी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि शीतलहर की स्थिति में सभी गौशालाओं पर विशेष सतर्कता बरती जाए तथा स्थानीय प्रशासन व ग्राम पंचायत से समन्वय स्थापित कर आवश्यकतानुसार व्यवस्थाओं को और बेहतर किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि गौशाओं का समय-समय पर निरीक्षण जारी रहेगा, ताकि गौवंश को किसी प्रकार की हानि न होने पाए। यह भी निर्देश दिये गए कि बीमार गौवंशों को अन्य गौवंशों से अलग रखकर उपचारित किया जाए और ठण्ड से बचाव हेतु पर्याप्त तरपाल एवं अलाव की व्यवस्था की जाए। मड़ावरा ब्लॉक के वृहद गौवंश आश्रय स्थल डगडगी प्रकरण में जांच के दौरान पाया गया कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा रात्रि में गौशाला की बाउंड्री तोड़कर कुछ गौवंशों को भगा दिया गया, जिस पर सम्बंधित थाने में एफआईआर दर्ज करा दी गई है।* इन अधिकारियों को बनाया गया नोडल:- जिलाधिकारी द्वारा 17 पैरामीटर्स निर्धारित कर गौशालाओं में व्यवस्थाओं के आंकलन हेतु 33 अधिकारियों को नोडल बनाया है, जिनमें जिला कृषि अधिकारी को कल्याणपुरा, सहायक निबंधक सहकारिता को भोरसिल, अधिशाषी अधिकारी नगर पालिका को कान्हा गौशाला दैलवारा, खण्ड विकास अधिकारी बार दुदवा पुलवारा, तहसीलदार तालबेहट को कारी पहाड़ी, उपायुक्त मनरेगा को बादरौन, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत तालबेहट कान्हा गौशाला तालबेहट, खण्ड विकास अधिकारी, तालबेहट को भुचेरा, तहसीलदार मड़ावरा डगडगी (गिरार), समाज कल्याण अधिकारी गंगचारी, खण्ड विकास अधिकारी महरौनी निवारी पाली, जिला पंचायत राज अधिकारी को सौजना, अधिशाषी अधिकारी नगर पंचायत महरौनी अस्थाई गौशाला महरौनी, तहसीलदार पाली अमझरा घाटी, अधिशाषी अभियंता राजघाट निर्माण खण्ड को बिजरौठा, अधिशाषी अभियंता खण्ड कार्यालय उ०प्र० जल निगम(ग्रामीण) को तिन्दरा, जिला कार्यकम अधिकारी को जखौरा, उप कृषि निदेशक को मड़वारी, उप सम्भागीय कृषि प्रसार अधिकारी को गनगौरा, भूमि संरक्षण अधिकारी जीरोन, अधिशाषी अभियंता, ग्रामीण अभियंत्रण विभाग को बालाबेहट, उप प्रभागीय वनाधिकारी महरौनी को अनौरा, अधिशाषी अभियंता, सिंचाई खण्ड को अमौरा, जिला उद्यान अधिकारी को खिरियामिश्र (अजनौरा), अधिशाषी अभियंता सिंचाई निर्माण खण्ड प्रथम को बडौदा डांग, खण्ड विकास अधिकारी मड़ावरा को पिपरिया (गौवंश वन्य विहार), खण्ड विकास अधिकारी जखौरा को सिरसी, खण्ड विकास अधिकारी बिरधा को दूधई डुगरिया, अधिशाषी अधिकारी लघु सिंचाई को कुचदों, भूमि संरक्षण अधिकारी महरौनी को बानपुर,अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत को कालापहाड़, उपायुक्त स्वतः रोजगार को टोरिया एवं खण्ड विकास अधिकारी मड़ावरा को ठनगना गौशाला का नोडल बनाया गया, जो समय-समय पर इन गौशालाओं का निरीक्षण करते रहेंगे और जिला स्तर पर इसकी रिपोर्टिंग करेंगे।