राष्ट्रीय पोषण रेडक्रास सोसायटी के सौजन्य से आकांक्षा समिति की अध्यक्षा के द्वारा रामनगर एवं मऊ विकास खण्ड के विभिन्न ग्रामों से आये 85 सैम बच्चों को पोषण किट का वितरित किया गया।

राष्ट्रीय पोषण  रेडक्रास सोसायटी के सौजन्य से आकांक्षा समिति की अध्यक्षा  के द्वारा रामनगर एवं मऊ विकास खण्ड के विभिन्न ग्रामों से आये 85 सैम बच्चों को पोषण किट  का वितरित किया गया।
राष्ट्रीय पोषण  रेडक्रास सोसायटी के सौजन्य से आकांक्षा समिति की अध्यक्षा  के द्वारा रामनगर एवं मऊ विकास खण्ड के विभिन्न ग्रामों से आये 85 सैम बच्चों को पोषण किट  का वितरित किया गया।

निष्पक्ष जन अवलोकन। । शिवसंपत करवरिया। चित्रकूट।संभव अभियान 5.0 एवं राष्ट्रीय पोषण माह सितम्बर 2025 के अन्तर्गत विकास खण्ड सभागार रामनगर में रेडक्रास सोसायटी के सौजन्य से आकांक्षा समिति की अध्यक्षा डा० तनुषा टी०आर० के द्वारा रामनगर एवं मऊ विकास खण्ड के विभिन्न ग्रामों से आये 85 सैम बच्चों को पोषण किट का वितरित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जानकारी दी गई कि गाँवो में कैंप लगाकर बच्चों का वजन लम्वाई / ऊँचाई की जांच के उपरान्त जो बच्चे सैम कैटेगरी में चिन्हित किए गए उनको सैम से मैम एवं उसके उपरान्त सामान्य श्रेणी में लाये जाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी परिप्रेक्ष्य में इस कार्यक्रम का आयोजन कर आंगनवाडी कार्यकत्रियों के साथ आये सैम बच्चों को पोषण किट एवं स्वास्थ्य एवं पोषण शिक्षा व आवश्यकतानुसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिसिन उपलब्ध कराया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी पी०डी० विश्वकर्मा द्वारा संभव अभियान 5.0 एवं आठवीं राष्ट्रीय पोषण माह सितंबर 2025 में कराये जाने वाले गतिविधियों के संबंध में भी जानकारी दी गयी। सचिव, रेडक्रास सोसाइटी/आंकाक्षा समिति की अध्यक्षा तनुषा टी० आर० द्वारा अपने सम्बोधन में बच्चों , किशोरियों व गर्भवती महिलाओं के पोषण, एनीमिया व , बीमारियों से बचाव खान-पान, स्वच्छता आदि विषयों पर लाभार्थियो से संवाद किया गया एवं आवश्यक जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के दौरान उन्होने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न सरकारी योजनाओं यथा कन्या सुमंगला योजना, प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना , पोषण पुनर्वास केंद्र में लाभार्थियों को मिलने वाले नगद धनराशि एके सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया गया कि बालिका के जन्म से लेकर स्नातक तक की पढ़ाई हेतु रू0 25,000.00 की धनराशि उनके आधार से जुडे खाते में अन्तरित की जाती है, इसी प्रकार प्रधानमंत्री मातृवन्दना योजना के अन्तर्गत पहली बालिका या बालक के जन्म पर रू0 5,000.00 एवं दूसरी बालिका के जन्म पर रू0 6,000.00 की धनराशि लाभार्थी के खाते में अन्तरित की जाती है, पोषण पुनर्वास केन्द्र में सैम बच्चे के भर्ती/डिस्चार्ज होने पर रू0 700.00 की धनराशि लाभार्थी के खाते में दिये जाने का प्राविधान है साथ ही ऑगनबाड़ी कार्यकत्री को सैम बच्चे को भर्ती कराने पर रू0 200.00 प्रोत्साहन राशि व फालोअप के लिए बच्चे को पुनः लाने पर नगद धनराशि दिये जाने का भी प्राविधान है। सैम बच्चे को एन०आर०सी० में भर्ती कराकर उसके दुबला पन से स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज होने के बाद हर 15 दिन पर 04 बार फालोअप के लिए जागरूक किया गया। अध्यक्षा रेड क्रॉस सोसाइटी ने बताया कि ग्रामीण महिलाओं को बताया कि गर्भवती महिलाओं को अपना पंजीकरण ए०एन०एम०/ऑगनबाड़ी केन्द्र में प्रथम तिमाही में ही अनिवार्य रूप से करा लेना चाहिए एवं आयरन, कैल्शियम आदि का सेवन डाक्टर की परामर्श के अनुसार ही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चे के जन्म के उपरान्त एक घंटे के अन्दर खीस युक्त मां का दूध, 6 माह तक केवल माँ का दूध, 6 माह के बाद बच्चों को माँ के दूध के साथ घर का बना हुआ खाद्य पदार्थ देना चाहिए। विशेषकर हरे पत्तेदार शब्जियों, प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ एवं सहजन के विभिन्न प्रकार से उपयोग एवं उनसे होने वाले फायदे के बारे में भी लाभार्थियों से विस्तार से चर्चा की गयी। उन्होंने आयरन की गोलियां न खाने से होने वाले नुकसान, ग्रामीण महिलाओं द्वारा स्वास्थ्य सेवा का लाभ न उठाकर झाड़फूंक के चक्कर में पड़ कर अपना स्वास्थ्य व धन बर्बाद करने से बचने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि कम वज़न के जल्दी जल्दी बीमार पड़ते हैं। मां जब-तक दूध पिलाए तब तक कैल्शियम की गोलियां खाना चाहिए। सभी गर्भवती महिलाओं व किशोरी बालिकाओं को आयरन की गोलियां खाना चाहिए।बच्चे कार्यक्रम के उपरान्त 85 सैम बच्चों को पोषण किट एवं उपहार भी दिये गये। अध्यक्षा द्वारा बच्चों को चॉकलेट बिस्कुट आदि वितरण किया गया। इस अवसर पर जिला कार्यक्रम अधिकारी, खण्ड विकास अधिकारी रामनगर व मऊ, प्रभारी चिकित्साधिकारी, बाल विकास परियोजना अधिकारी शहर, पहाड़ी रामनगर व मऊ, मुख्य सेविका, ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों, ग्रामीण महिलायें एवं इलेक्ट्रानिक व प्रिन्ट मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।