मानव जीवन की मूलभूत चाल सदा सत्य एवं न्याय पर होनी चाहिए जिला मंत्री राजेश तिवारी

मानव जीवन सदैव सत्य एवं न्याय पर आधारित होनी चाहिए।दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति मानव हृदय में सदैव प्रवाहित होनी चाहिए

मानव जीवन की मूलभूत चाल सदा सत्य एवं न्याय पर  होनी चाहिए जिला मंत्री राजेश तिवारी

निष्पक्ष जन अवलोकन विजय शुक्ला

प्रयागराज।मानव जीवन की मूलभूत चाल सदा सत्य एवं न्याय पर होनी चाहिए यह अभिव्यक्ति एशोसिएशन बोरिंग टेक्नीशियन प्रयागराज के जिला मंत्री राजेश तिवारी ने अपने प्रिय मित्र विनोद कुमार कुशवाहा से उनके निज ग्राम पंचायत कोटहा मेजा प्रयागराज में कही।स्पष्ट कराते चले कि जिला मंत्री एक विशेष कार्य से उरुवा की ओर पधारे हुए थे।उसी दरमियान दोनों सम्भ्रान्त जनों की आपसी सौहार्दपूर्ण मुलाकात कोटहा ग्राम में एक पीपल के चबूतरे पर कोटहा मेजा प्रयागराज में हुई।आपसी सौहार्दपूर्ण परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि मानव जीवन की मूलभूत चाल सदा सत्य एवं न्याय पर होनी चाहिए क्योंकि मनुष्य की वास्तविक पहचान केवल सत्य एवं न्याय से है।जिस मनुष्य में सत्य एवं न्याय की अलख यदि हृदय में नही जल रही है तो वह किसी भी हालत में मानव कहलाने योग्य नही है क्योंकि संसार के अन्य प्राणी सत्य एवं न्याय के बारे में तनिक भी नही जानते।ईश्वर ने केवल सत्य एवं न्याय के गुणों को जानने के लिए मनुष्य की रचना की है।जब मनुष्य होकर भी वह सत्य एवं न्याय पथ पर नही है तो ऐसा मनुष्य किसी भी कीमत पर मानव कहलाने का हकदार नही है।सत्य एवं न्याय को न मानने वाले व्यक्ति की परिभाषा दानव या जंगली जानवर से होती है।जिला मंत्री ने आगे यह भी कहा कि मनुष्य तन पाने का मूल धर्म यह है कि सत्य एवं न्याय पथगामी होकर दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति जैसे अनमोल रत्नों को अपने हृदय में अभिसिंचित करते जाना है और परमार्थ के कार्य करते हुए मृत्युलोक से जन्म मृत्यु के भव बन्धन से मुक्त हो मोक्ष का मार्ग प्रशस्त करना चाहिए। जिला मंत्री ने यह भी अवगत कराया कि उनके परम मित्र श्री कुशवाहा सत्य एवं न्याय के पथ पर चलते हुए पूर्ण ईमानदारी के साथ अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं और दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति जैसे अनमोल रत्न उनके आत्मिक आभूषण हैं। जिला मंत्री ने अन्ततः अपने व्यक्तव्य में यह भी कहा कि मानव जीवन सदैव सत्य एवं न्याय पर आधारित होनी चाहिए;दया,प्रेम,परोपकार एवं सहानुभूति मानव हृदय में सदैव प्रवाहित होनई चाहिए।इस साहित्यिक एवं मानवीय कर्तव्ययुक्त परिचर्चा के दौरान जिला मंत्री के साथ उनके प्रिय मित्र विनोद कुमार कुशवाहा,शिक्षाविद कमलेश पाण्डेय, शिक्षाविद जोखू लाल पटेल एवं रवि कुमार सहित आस पास बहुत से लोग मौजूद रहे।