कृषि बीमा कंपनी के क्लस्टर प्रभारी को फटकार, किसानों को शीघ्र क्षतिपूर्ति राशि दिलाए जाने के निर्देश

कृषि बीमा कंपनी के क्लस्टर प्रभारी को फटकार, किसानों को शीघ्र क्षतिपूर्ति राशि दिलाए जाने के निर्देश

निष्पक्ष जन अवलोकन। अखिलेश कुमार

ललितपुर

 *सीएम डैशबोर्ड के अंतर्गत माह अगस्त की समीक्षा हेतु जिलाधिकारी ने ली बैठक, लापरवाह अधिकारियों को लगायी फटकार*

फसल क्षति के सापेक्ष बीमा क्लेम में लापरवाही पर भारतीय कृषि बीमा कम्पनी के क्लस्टर प्रभारी को फटकार, किसानों को शीघ्र क्षतिपूर्ति राशि दिलाये जाने के दिये निर्देश

मत्स्य पालकों को दिलायें केसीसी का लाभ, शत-प्रतिशत मत्स्य पट्टों का आवंटन कराने के दिये निर्देश

 *दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ के प्रबंधक की अनुपस्थिति पर दिया नोटिस, शहर में दुग्ध बिक्री केन्द्र खोलने के दिये निर्देश* 

             कलैक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिलाधिकारी  अमनदीप डुली ने जनपद के प्रमुख अधिकारियों के साथ मुख्यमन्त्री डैशबोर्ड के अन्तर्गत माह अगस्त 2025 में विभिन्न विभागों/योजनाओं की समीक्षा हेतु बैठक की और खराब प्रगति वाले विभागों को अगले माह तक प्रगति में अपेक्षित सुधार करने के निर्देश दिये गए। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि विभागीय लक्ष्यों में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी, जिन विभागों की अगस्त में प्रगति अपेक्षानुसार नहीं रही, वे और मेहनत करें तथा प्रगति बढ़ाकर जिले की रैंकिग सुधारें। इसके साथ ही प्रतिमाह अपनी प्रगति पोर्टल पर फीड करायें। कृषि विभाग की समीक्षा की दौरान किसानों की फसल में हुई हानि की क्षतिपूर्ति कराने हेतु भारतीय कृषि बीमा कम्पनी के क्लस्टर प्रभारी राजेश जायसवाल को फटकार लगाते हुए निर्देश दिये कि वह सर्वे के आधार पर तत्काल क्षतिपूर्ति कराना सुनिनिश्चत करें। मत्स्य विभाग के कार्यों में शिथिलता व लापरवाही पर नाराजगी व्यक्त करते हुए शत-प्रतिशत मत्स्य पट्टे आवंटित करायें और मत्स्य पालकों को केसीसी कार्ड जारी करायें। दुग्ध उत्पादन सहकारी संघ के प्रबंधक बैठक में अनुपस्थित होने पर नोटिस निर्गत करने के निर्देश दिये गए। साथ ही उपस्थिति प्रतिनिधि को शहर में दुग्ध बिक्री केन्द्र खोलने के निर्देश दिये ताकि स्थानीय लोगों को उचित दर पर शुरु दूध उपलब्ध हो सके। समाज कल्याण द्वारा संचालित चारों छात्रावासों में छात्रों का प्रवेश कराने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाए। पशु पालन विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये गए कि बुन्देलखण्ड की उपयोगी थारपारकर नश्ल के सीमन का प्रयोग करते हुए क्षेत्रीय पशु केन्द्रों पर कृत्रिम गर्भाधान कराया जाए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी शेषनाथ चौहान, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इम्तियाज अहमद, जिला विकास अधिकारी अतिरंजन सिंह, उपायुक्त स्वतः रोजगार रमेश कुमार यादव, परियोजना निदेशक डीआरडीए दीपक कुमार यादव, सहायक वनाधिकारी सत्येन्द्र कुमार तोमर, अग्रणी जिला प्रबंधक रंजीत कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी कुवंर सिंह यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रणवीर सिंह, जिला सूचना अधिकारी डीएस दयाल सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।