माता तपेश्वरी इण्टर कॉलेज के प्रवक्ता शेषनाथ यादव का सड़क दुर्घटना मे मौत

निष्पक्ष जन अवलोकन
प्रमोद सिन्हा
गाज़ीपुर मरदह।स्थानीय ब्लाक रोड स्थित प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान माता तपेश्वरी इण्टर कॉलेज में दो दशकों से विज्ञान विषय प्रवक्ता के रूप में तैनात रहे शिक्षक तथा किसान शेषनाथ यादव 52 वर्ष का सड़क दुर्घटना में मौत।मालूम हो कि शुक्रवार की सुबह अपने घर मलिकनाथपुर बरही से बाइक चलाकर अपने साढ़ू मनोज यादव के साथ किसी कार्यवशबक्सर बिहार जा रहें थे जैसे ही वह गहमरी गांव के सामने पहुंचे थे की सामने से आ रहे अज्ञात वाहन ने जोरदार टक्कर मार दिया जिससे बाइक हवा उड़ते हुए अनियंत्रित होकर बीच सड़क पर गिर पड़ी जिससे दोनों को गंभीर चोटेआ गयी राहगीरों की मदद से सामूदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया जहां से प्राथमिक उपचार के बाद ट्रामा सेन्टर वाराणसी रेफर कर दिया जहां पहुंचते ही चिकित्सकों शेषनाथ यादव को मृत घोषित कर दिया।तथा मनोज यादव का उपचार कर घर के लिए छोड़ दिया।मौत खबर सुनकर पत्नी रीता यादव,पुत्र अभिषेक यादव,पुत्री सुधा यादव,बेबी यादव का रो-रो कर हाल बेहाल हो गया सैकड़ों लोग ढ़ाढस बंधाते हुए शोक प्रकट करते देखे गए। वहीं दूसरी ओर माता तपेश्वरी शिक्षण संस्थान में शोक सभा का आयोजन करते हुए दो मिनट का मौन धारण कर मृतक आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना सभा किया गया तथा विद्यालय में शोक घोषित करते हुए दो दिन तक बंद कर दिया गया।संस्थापक जितेन्द्रनाथ पाण्डेय ने बताया कि स्व.शेषनाथ यादव संस्थान में बीस वर्ष से तैनात थे और एक कुशल शिक्षक के रूप में इमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्य का निष्ठा से पालन किया है उनका असमय चला जाना विद्यालय परिवार को हमेशा कमी महसूस होती रहेगी।इस मौके पर विजय नारायण मिश्रा,सुग्रीव सिंह,लवटू राम,अनील राय, जोगेन्द्र शर्मा,कन्हैया यादव,अंजनी श्रीवास्तव,रामप्यारे राजभर,राममनोहर दूबे,शिवकुमार सिंह,अंजनी कन्नौजिया, अनुज त्रिपाठी,रामनाथ यादव,आदि मौजूद रहे।ग्राम प्रधान शशीधर यादव ने बताया कि गुरु जी के निधन से हमें गहरा दु:ख हुआ है वे एक महान शिक्षक और मार्गदर्शक थे,जिन्होंने कई छात्रों के जीवन को प्रभावित करते हुए दिशा देने का कार्य किया।वह एक कुशल किसान भी थे जिससे परिजनों का जीविकोपार्जन चलता था।हमारी संवेदनाएं गुरु जी के परिवार व प्रियजनों के साथ हैं।हम उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।इस दुखद समय में हम परिजनों के साथ खड़े हैं।