डीएम ने तहसील रामनगर के बाढ़ प्रभावित इलाकों का किया निरीक्षण*

निष्पक्ष जन अवलोकन अजय रावत बाराबंकी।। शुक्रवार को जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सरजू (घाघरा) नदी के दाएं तट पर स्थित चहलारी घाट गनेशपुर तटबंध के ग्राम कुसौरा तहसील रामनगर के पास चलित बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो की परियोजनाओं का निरीक्षण अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार सिंह और उपजिलाधिकारी रामनगर पवन कुमार तथा अधिशासी अभियंता बाढ़ कार्य खंड एस के सिंह के साथ किया। उक्त स्थल पर वर्तमान में 03 बाढ़ सुरक्षात्मक कार्यो की परियोजनाएं है। जिसके अंतर्गत कुल 04 अदद स्पर निर्माण का कार्य कराया जा रहा है। तथा 01अदद रिवेटमेंट और परक्यूपाईन लगाने का कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी ने उक्त परियोजनाओं में कार्य स्थल पर चल रहे कार्यों की पूर्ण जानकारी प्राप्त की तथा इन निर्माणधीन स्परों एवं रिवेटमेंट के कार्यो को गुणवत्तापूवर्क एवं समयबद्ध तरीके से पूर्ण करने के निर्देश दिये। *बेलहरी सरसंडा गांव में चल रहे अनुरक्षण कार्य को देखा* जिलाधिकारी ने रामनगर तहसील के बेलहरी सरसंडा गांव पहुँचे। वहां पर चल रहे अनुरक्षण कार्य का जायजा लिया। सम्बंधित अधिकारियों ने बताया कि इस क्षेत्र में ग्राम बबुरी, सरसंडा एवं केदारीपुर के सम्मुख 900 मीटर की लंबाई में नदी की गहराई तक एच0 डी0 पी0 ई0 बैग में स्थानीय बालू मिट्टी भरकर मशीन द्वारा सिलाई करके नायलॉन क्रेट में डालकर प्लेटफार्म बनाते हुए 60 मीटर सी/सी की दूरी पर जियो बैग गैबियान में भरकर 16 अदद जियो बैग स्टड का निर्माण व इनके मध्य तीन रो में परक्यूपाईन लगाने का कार्य चल रहा है। जिलाधिकारी ने सम्बंधित अधिकारियों से उक्त कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। मौजूद ग्रामीणों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। *तटबंध पर बने बाढ़ केंद्र भवन का किया निरीक्षण* जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी ने सरजू नदी (घाघरा) तटबंध सुंदरनगर गांव के पास हेतमापुर रोड पर निर्माणाधीन बाढ़ केंद्र भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने सम्बंधित को निर्देशित करते हुए कहा कि शीघ्रता के साथ कार्य पूर्ण कर भवन को हैंडओवर किया जाए। *विस्थापित परिवारों के बन रहे मकानों को देखा* जिलाधिकारी ने बाढ़ में विस्थापित परिवारों के तटबंध से कुछ दूर स्थित गोड़ा नामक स्थान पर बन रहे मकानों को देखा और ग्रामीणों की समस्याएं सुनी। बिजली की समस्या दूर करने के लिये जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बाढ़ से प्रभावित होने के कारण उक्त परिवारों को यहां पर भूमि देकर विस्थापित किया गया था।