एक्शन एड के सहयोग से खलियारी में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया,कमलेश कुमार

एक्शन एड के सहयोग से  खलियारी में अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस मनाया गया,कमलेश कुमार

निष्पक्ष जन‌‌‌ अवलोकन/अमर नाथ शर्मा/ सोनभद्र/जनपद सोनभद्र के विकास खंड नगवा के खलियारी गांव में बरात भवन में अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया गया इस मौके पर एक्शन एड एच आर डी कमलेश कुमार ने बताया कि श्रमिकों के अधिकारों और उनके योगदान को याद करने का एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन को याद कर, हम अपने देश और दुनिया में श्रमिकों के संघर्षों को सम्मानित करते हैं और उनके बेहतर भविष्य के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। इसके साथ साथ प्रतिभागियों सामाजिक सुरक्षा योजना और मजदूरों पर हो रहे क्लाइमेट चेंज का असर पर और इसके प्रमुख विषयों को रखा गया । इसके साथ ही साथ मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी और कार्यस्थल पर सभी प्रकार की सुविधा और समय से मजदूरी का भुगतान हो इसके बाद जिला सोनभद्र से चलकर आए सोनभद्र के मनरेगा लोकपाल छोटेलाल ने बताया कि हम सभी के लिए एक विशेष दिन है। यह दिन उन सभी श्रमिकों के प्रति हमारे सम्मान और कृतज्ञता का प्रतीक है, जिन्होंने देश और दुनिया में आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यह दिन न केवल श्रमिकों के अधिकारों और हितों की रक्षा करने का है, बल्कि उनके संघर्षों को याद करने और भविष्य में बेहतर सामाजिक कि आर्थिक स्थिति के लिए प्रतिबद्ध रहने का भी है। हमारे देश में, श्रमिकों की मेहनत और समर्पण ने हमारे आर्थिक और सामाजिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। आज, हम उन श्रमिकों के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हैं जिन्होंने हर क्षेत्र में कड़ी मेहनत और समर्पण के साथ काम किया है। हम सभी जानते हैं कि श्रमिकों के अधिकारों का सम्मान करना और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना हमारे समाज के लिए आवश्यक है। वर्तमान जिला पंचायत सदस्य नगवा बिग्गन भारती ने बताया कि इस अवसर पर, हम सभी से आग्रह करते हैं कि वे श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा करने और उनकी भलाई के लिए काम करने के लिए आगे आएं। हमें सभी श्रमिकों के लिए एक बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए।अंतर्राष्ट्रीय मजदूर दिवस का इतिहास: यह दिन 1889 में पेरिस में हुए राजेश्वर खरवार ने मजदूरों के इतिहास अंतर्राष्ट्रीय सोशलिस्ट कॉन्फ्रेंस में 1 मई को मजदूरों के लिए एक दिन मनाने के निर्णय के बाद शुरू हुआ था. भारत में मजदूर दिवस: भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत 1923 में चेन्नई से हुई थी. यह दिन श्रमिकों के अधिकारों, सम्मान और उनकी भलाई के लिए जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. ।इसके बाद तौहीद अली ने बताया कि मजदूरों की मजदूरी महंगाई को देखते है हम सभी मिलकर मजदूरी बढ़ाओ अभियान के तहत सरकार से प्रतिदिन के 500 रुपया मजदूरी मांग करेंगे और इस्लाम अली ने बताया कि हम सभी को प्रति वर्ष 200 दिन की काम की गारंटी मिले इसके अलावा प्रमोद ने बताया क्लाइमेट चेंज के कारण मजदूरी को हिट वे में काम करने में समस्या हो रही है उनका शारीरिक समस्या हो रही है जिस तरह से सरकार किसानों को सम्मान निधि देती है उसी भांति मजदूर सम्मान निधि मजदूरों को मिले अभियान और मांग निरन्तर जारी रहेगा।