गो पुत्र धर्मदास जी ने पूछा एक सवाल जनता से

गो पुत्र धर्मदास जी ने पूछा एक सवाल जनता से

एक सवाल पूछा सभी भारतवासियों से गौ पुत्र धर्म दास महाराज ने आगरा।आपको बता दें कि ब्रजवासी गौ रक्षक सेना भारत में निशुल्क आजीवन सदस्य बने जा रहें हैं आप सभी कार्यकर्ताओं और भारतवासियों को पता है क्या गौ माता अकेले गौ पुत्र धर्म दास महाराज की है तीन साल में एक सच्चा संत गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए लगा हुआ है उसने भारत देश के दस राज्यों में अपनी पैसे से भ्रमण किया और लाखों कार्यकर्ताओं को जुड़ा। इसमें महाराष्ट्र सरकार से कामयाबी हासिल हुई है और राज्यों के लोग क्या कर रहे हैं जो एक छोटे-से काम को पूरा नहीं कर सकें। ब्रजवासी गौ रक्षक सेना भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौपुत्र धर्म दास महाराज आज हार चुका है भारत देश में केवल सनातन धर्म कहने वाले लोगों का बोलबाला है गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने वाले लोग बहुत कम है तथा गौ माता के साथ फोटो खिच कर फैस बुक,वारसप और अन्य पोर्टल पर शेयर करते हैं लेकिन कभी पीड़ित गौ माता की सेवा और रक्षा की है। गौ पुत्र धर्म दास महाराज का तो जीवन समर्पित है गौ माता के लिए चाहें उसके साथ लोग जुड़े अन्यथा नहीं जुड़े। कोई दिक्कत नहीं है जिसकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी, ब्रजवासी गौ रक्षक सेना भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गौपुत्र धर्म दास महाराज ने कहा कि गौ माता के सम्मान के लिए सभी भारतवासियों की जरूरत है जागो भारतवासियों जागो अब नहीं हुई गौ माता राष्ट्र माता तो कभी नहीं होगी।अब भारत देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ महाराज जैसे गौ भक्त हैं।जो गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए तैयार नहीं हो रहें हैं आप सभी कार्यकर्ताओं से अपील है कि संतों का सम्मान करें। महाकुंभ में शाही स्नान तो सभी ने किया लेकिन गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए कौन कौन संत समाज, महिला समाज, किन्नर समाज और सर्व समाज में से कितने लोगों ने प्रयागराज में गंगा जल में स्नान किया है सही बताओं। महोदय सच्चाई यही है कि इस भूलोक में गौ माता के लिए किसी व्यक्ति ने स्नान नहीं किया है। सभी अपने स्वार्थ के लिए गंगा मैया मे स्नान किया है केवल भारत देश में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने अपनी मां को सर्वोच्च प्रथम माना है गौ पुत्र धर्म दास महाराज उन्हीं में से एक है जिन्होंने महाकुंभ में स्नान केवल गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने के लिए किया था।