सिविल कोर्ट बाराबंकी के परिसर मे लॉ कालेज के सहयोग से निर्मित दुग्धपान कक्षों का उद्घाटन न्यायधीश पंकज कुमार सिंह ने किया

निष्पक्ष जन अवलोकन/मोहम्मद फैसल सिद्दीकी बाराबंकी। बाराबंकी मे मंगलवार को वात्सल्य शिशुपान कक्ष मातृ शक्ति के सम्मान की दिशा में बाराबंकी बार-बेंच कुटुंब का ऐतिहासिक क़दम है। जो शिशु-माता संबंधों के लिए हमारी संवेदनशीलता दर्शाता है। उक्त उद्गार न्यायाधीश पंकज कुमार सिंह ने कचहरी परिसर में नवजात शिशुओं के स्तनपान के लिए 3 विशिष्ट कक्षों के उद्घाटन के अवसर पर व्यक्त किए। साईं लॉ कॉलेज के सहयोग से निर्मित दुग्धपान कक्षों के उद्घाटन के मौक़े पर प्रधान पारिवारिक न्यायाधीश सत्यदेव गुप्ता,अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत सत्यवीर यादव, सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीकृष्ण चंद सिंह,मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सुधा सिंह, बार के वर्तमान व पूर्व पदाधिकारी और तमाम गणमान्य अधिवक्ताजन उपस्थित थे। ज्ञात हो कि न्यायालय परिसर में मुक़दमे के संबंध में आई हुई माताओं को अपने दुधमुंहे बच्चों को दूध पिलाते समय कोई अलग स्थान न होने के चलते बहुत असहज स्थिति का सामना करना पड़ता था। जिस पर संज्ञान लेते हुए ज़िला जज पंकज कुमार सिंह की प्रेरणा से ज़िला बार कार्यकारिणी ने साईं लॉ कॉलेज के सहयोग से 3 शिशुपान कक्षों के निर्माण के लिए कमर कसी जो संभवत पूरे प्रदेश के न्यायालयों में इस तरह का पहला प्रयास है। इन कक्षों के लिए न्याय भवन में पॉक्सो कोर्ट के सामने सुलह-समझौता केंद्र ADR भवन और फ़ेमिली कोर्ट की गैलरी में तीन जगह चुनी गईं और अंततः आज उन तीनों कक्षों का शिलापट्ट सहित उद्घाटन होकर शुरुआत हो गई। बार अध्यक्ष हिसाल बारी ने बताया कि संभवतः प्रदेश में पहली बार किसी न्यायालय परिसर में निर्मित इन महिला कक्षों को माता-शिशु के दैवीय संबंध को समर्पित वात्सल्य नाम दिया गया है। और इन्हें महिलाओं के दृष्टिगत पिंक कलर का बनाया गया है। बाहर माता-शिशु चित्रों से सुसज्जित इन कक्षों के अंदर वॉल फ़ैन लगाकर आरामदेह बेंच भी रखी गई है। और रौशनी के साथ निजता का पूरा ध्यान रखा गया है। इस मौक़े पर मौजूद न्यायाधिकारियों का बार महामंत्री अशोक वर्मा व वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र यादव ने पूरी कैबिनेट के साथ बुके देकर स्वागत किया और साईं लॉ कॉलेज की ओर से विक्रांत राठौर ने स्मृतिचिह्न प्रदान किए। इस मौक़े पर कौशल किशोर त्रिपाठी,राकेश तिवारी,अंशुमान सिंह,विनोद यादव,विजय पांडे,प्रदीप बाजपेई,असद अब्बासी,अतुल वर्मा,दौलता देवी,मदन लाल यादव,पंकज श्रीवास्तव,विजय रस्तोगी,राहुल विक्रम,सुमेर सिंह,अनिल यादव,रवि वर्मा, शिव कुमार,नवीन वर्मा के साथ पूर्व अध्यक्ष जगत बहादुर सिंह, ब्रजेश दीक्षित,हरीश अग्निहोत्री, प्रदीप सिंह व भारत सिंह यादव तथा सुषमा शर्मा,लक्ष्मी गुप्ता, सरवर जहाँ,साक्षी गाबा,रूबी सिंह, क्रांति गौतम,दीपा, गरिमा,सोनिया बग्गा,अंजलि यादव,प्रतिभा आदि महिला अधिवक्ता भी मुख्य रूप से मौजूद रहीं।