कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछा डॉक्टर की चल रही ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा

कुकुरमुत्ता की तरह झोलाछा डॉक्टर की चल रही ग्रामीण स्वास्थ्य सेवा

निष्पक्ष जन अवलोकन। बदरूजमा चौधारी। 30 जनवरी को छपी खबर निष्पक्ष जन अवलोकन समाचार पत्र ने किया था प्रकाशित लेकिन अधिकारियों की मिली भगत से कान तक जू नहीं रहेंगे बलरामपुर सीएचसी पचपेड़वा के ग्राम पंचायत सिसहनीया घोपलापुर में बिना लाइसेंस के क्लीनिक का संचालन किया जा रहा है। ठीक बीच गांव में बिना नाम का संचालित क्लीनिक है एक तुलसीपुर का लड़का जिसका नाम पाल है सामने दीवाल में एक फर्जी फोटो कॉपी इंग्लिश में लिखवा कर लगवा दिया है । लेकिन डॉक्टर कभी क्लीनिक पर नहीं आते हैं क्लीनिक का संचालन कर रहे लोगों के पास कोई डिग्री है न कोई अनुभव ही । यहां बाकायदा मेडिकल स्टोर सहित पुरा डॉक्टर का स्ट्रक्चर खड़ा है । यहां आकर लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं। यहां अल्ट्रासाउंड और अन्य जांच भी लिखे जाते हैं। मरीज का इलाज होते है। जबकि अस्पताल का रजिस्ट्रेशन व मेडिकल स्टोर का लाइसेंस भी नहीं है। ग्राम पंचायत सिसहनिया बीच गांव में इसके अगल-बगल गांव में लगभग दर्जनों झोलाछा क्लीनिक चल रहे हैं। पिछले दिनों में नवजात शिशु बचाने का मामला पूरा जिले में चर्च का विषय रहा है । इसके बावजूद इसी पर अंकुश नहीं लग रहे हैं। नीम हकीम खतरे अन जान बने इन झोलाछापों पर कार्रवाई नहीं हो रहे । इस संबंध में सीएचसी अधीक्षक से फोन पर पूछा जाने पर उन्होंने कहा की जानकारी नहीं है जानकारी करके जांच कर कार्रवाई की जाएगी ।