सांसद जन चौपाल में गरीब महिला की मदद को आगे आए सांसद राजकुमार चाहर, भाई बनकर भरा बिजली का बिल
निष्पक्ष जन अवलोकन।कमलेंद्र सिंह (शिवम् सिकरवार) आगरा: दक्षिणाचंल विद्युत वितरण निगम एम.डी. कार्यालय में आयोजित सांसद जन चौपाल में उस समय माहौल भावुक हो गया, जब एक गरीब अनुसूचित जाति की महिला ने अपनी पीड़ा सुनाई। ग्राम मनकेड़ा, ब्लॉक अकोला की निवासी जमुना देवी, जो झुग्गी-झोपड़ी में रहती हैं, ने अपनी आर्थिक तंगी और बिजली के बकाया बिल को लेकर सहायता की गुहार लगाई। जमुना देवी पर करीब 34,000 रुपये का बिजली बिल बकाया था, जिसे भरने में वह पूरी तरह असमर्थ थीं। महिला ने बताया कि उनके पति और बेटा अब इस दुनिया में नहीं हैं और परिवार में उनका कोई सहारा नहीं है। यह सुनकर चौपाल में मौजूद सभी लोग गमगीन हो गए। सांसद राजकुमार चाहर ने महिला की स्थिति को गहराई से समझा और उनसे कहा, "अगर आपके पति और बेटा नहीं हैं, तो मैं आपका भाई हूं। भाई होने के नाते, आपकी यह समस्या मेरी भी है।" यह कहते हुए उन्होंने तुरंत विद्युत विभाग के चीफ आगरा कपिल सिंधवानी को बुलाया और महिला के बकाया बिल का समाधान निकालने का निर्देश दिया। उत्तर प्रदेश सरकार की एकमुश्त समाधान योजना के अंतर्गत महिला के बकाया बिल को 21,650 रुपये में समायोजित किया गया। सांसद राजकुमार चाहर ने यह राशि अपनी ओर से देकर महिला की मदद की। सांसद चाहर के इस भावनात्मक और संवेदनशील कदम की चौपाल में उपस्थित सभी लोगों ने सराहना की। उनकी इस पहल ने यह साबित किया कि जनप्रतिनिधि सिर्फ जनता के मुद्दों को सुनने तक सीमित नहीं होते, बल्कि व्यक्तिगत स्तर पर मदद के लिए भी तैयार रहते हैं। बिल जमा होते ही जमुना देवी की आंखों में खुशी के आंसू आ गए। उन्होंने कहा, "मैंने कभी सोचा नहीं था कि कोई मेरी मदद करेगा। सांसद साहब ने आज मेरा भाई बनकर मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी समस्या हल कर दी। मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगी।" सांसद राजकुमार चाहर की यह संवेदनशीलता और त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने उन्हें लोगों के बीच और अधिक लोकप्रिय बना दिया है। उनकी इस मदद ने न केवल जमुना देवी के जीवन को संवार दिया, बल्कि समाज को एक ऐसा संदेश दिया, जिसमें भाईचारे और मानवता की झलक है।