महापंचायत से पहले ही जिला अधिकारी मथुरा ने माना किसान यूनियन की प्रमुख मांगों को

महापंचायत से पहले ही जिला अधिकारी मथुरा ने माना किसान यूनियन की प्रमुख मांगों को

निष्पक्ष जन अवलोकन

राहुल शर्मा

मथुरा13 जनवरी 2025 को प्रस्तावित महापंचायत से पहले  प्रशासन ने किसानों की सभी प्रमुख मांगें मान ली हैं। देर रात जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह और किसान नेताओं के बीच वार्ता के बाद यह सहमति बनी। किसानों की जमीन उन्हें वहीं लौटाई जाएगी, जहां उनके पूर्वज छोड़कर गए थे। इस प्रक्रिया की शुरुआत 13 जनवरी से की जाएगी। साथ ही, फसल क्षति का मुआवजा भी प्रशासन द्वारा जल्द दिया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष पं. राजपाल शर्मा ने बताया कि वार्ता के सकारात्मक परिणामों के बाद किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत ने महापंचायत को स्थगित करने का निर्णय लिया है। सभी तहसील अध्यक्षों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने नेतृत्व में तीनों कृषि मसौदों की प्रतियां फाड़कर विरोध दर्ज करें। प्रदेश अध्यक्ष ने स्पष्ट किया है कि यदि प्रशासन ने इस समझौते को लागू करने में लापरवाही की, तो राष्ट्रीय चिंतन शिविर महाकुंभ, प्रयागराज के बाद किसान मजदूर महापंचायत का आयोजन किया जाएगा। जिला अध्यक्ष चौधरी धर्मवीर सिंह, जिला मीडिया प्रभारी रामकृष्ण उर्फ रानू चौधरी आदि नेताओं के हवाले से जानकारी ली।