गड़ौरा चीनी मिल को केंद्र आवंटन के विरोध में प्रदर्शन

गड़ौरा चीनी मिल को केंद्र आवंटन के विरोध में प्रदर्शन

निष्पक्ष जन अवलोकन 

रामनारायन

कुशीनगर। विशुनपुरा विकास खण्ड के किन्नरपट्टी में संचालित ढ़ाढ़ा चीनी मिल के क्रय केंद्र को कोर्ट के आदेश पर गड़ौरा चीनी मिल को आवंटित कर दिया गया। इससे ढ़ाढ़ा चीनी मिल की ओर से पर्ची जारी नहीं की जा रही है। इसके विरोध में विशुनपुरा बी गन्ना तौल केंद्र परिसर में दोपहर बाद किसानों ने धरना प्रदर्शन किया, उन्होंने ऐलान किया कि किसी कीमत पर अपना गन्ना गड़ौरा चीनी मिल को नहीं देंगे। इस प्रदर्शन में अजय सिंह, उमेश कुशवाहा, शुभ नारायण कुशवाहा, गुप्ता कुशवाहा, अयोध्या चौहान, छोटेलाल यादव, शैलेश यादव, रामप्रवेश चौहान, मुन्ना चौहान, उपेंद्र यादव और केदार यादव आदि कहना हैं कि हम लोग 2013 से ढ़ाढ़ा चीनी मिल को गन्ने की आपूर्ति करते आये हैं। चीनी मिल की ओर से समय से भुगतान कर दिया जाता है। जेएचवी चीनी मिल गड़ौरा के मालिक ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आधार पर 31 दिसंबर से पर्ची जारी किए जाने पर रोक लगा दी है। जेएचवी ग्रुप के अधीन रहे पडरौना चीनी मिल को 1997-98 व 2011 -2012 में हम लोगों ने गन्ना दिया था। उसका अभी तक भुगतान नहीं हुआ। किसानों ने ऐलान किया कि अपना गन्ना कम कीमत पर क्रेशर पर बेच देंगे लेकिन किसी भी दशा में गड़ौरा चीनी मिल को नहीं देंगे। अगर ढ़ाढ़ा चीनी मिल पर्ची जारी नहीं करेंगे तो आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे। राधेश्याम सिंह का 35 हजार, धारू सिंह का 12 हजार, शुभ नारायण कुशवाहा का 50 हजार, बाबू नंदन कुशवाहा का 60 हजार रुपये सहित क्षेत्र के सैकड़ो किसानों का गन्ना मूल्य जेएचवी ग्रुप पर बकाया है। पहले उसका भुगतान व्यवस्था की जाए।

ढ़ाढ़ा चीनी मिल के गन्ना प्रबंधक संजय कुमार सिंह ने बताया कि 20 दिसंबर को ने इनडेट जारी करने पर रोक लगा दी। गन्ने की तौल हुई है। आज सुप्रीम कोर्ट में की सुनवाई है। इस प्रकरण में जैसा आदेश होगा उसका पालन किया जाएगा।