प्रयागराज से उठेगी किसानों की आवाज, सरकार के सामने रखेंगे अपनी मांग

प्रयागराज से उठेगी किसानों की आवाज, सरकार के सामने रखेंगे अपनी मांग

निष्पक्ष जन अवलोकन विजय शुक्ला

महाकुंभ के 144 साल बाद बने दुर्लभ मुहूर्त पर प्रयागराज संगम में स्नान के लिए देशभर से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. इसी क्रम में रामपुर से भी सैकड़ो किसानों और श्रद्धालुओं का एक बड़ा जत्था प्रयागराज के लिए रवाना हो चुका है. देर रात रामपुर रेलवे स्टेशन पर सैकड़ों किसान और श्रद्धालु पहुंचे, जो ट्रेन द्वारा प्रयागराज कूच करेंगे. किसानों का यह जत्था उनकी धार्मिक आस्था और सामूहिक एकता का प्रतीक है. साथ ही, किसान इस अवसर का उपयोग अपनी समस्याओं और मांगों पर चर्चा करने की बात कर रहे हैं.रामपुर के किसान प्रमोद कुमार ने बताया कि उनका प्रयागराज जाने का उद्देश्य अलग है. उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन टिकैत का शिविर वहां लगा है, जिसमें राकेश टिकैत भी मौजूद रहेंगे. उन्होंने बताया कि महाकुंभ में बड़ी संख्या में किसान शामिल हो रहे हैं. इस बार उनकी समस्याओं को टिकैत के माध्यम से उठाया जाएगा.किसान ने कहा, "हम शाहाबाद से करीब सवा दो सौ लोग 3 बसों में आए हैं. हर बार कम लोग आते थे, लेकिन इस बार ज्यादा लोग जा रहे हैं. हमारे मुद्दे बड़े हैं, और टिकैत साहब इन्हें आगे बढ़ाएंगे. भ्रष्टाचार चरम पर है, एमएसपी पर सरकार गोलमाल कर रही है. अब हमारी आवाज वहां से उठेगी."रामपुर के चकरपुर गांव निवासी 100 वर्षीय रामजी बाबा भी प्रयागराज स्नान के लिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उनके गुरु वहां टेंट में रहते हैं, और हर कुंभ में वह संगम स्नान कर अपने गुरु का आशीर्वाद लेते हैं. रामजी बाबा ने कहा, "हर कुंभ में मैं संगम स्नान करने आता हूं. स्नान के बाद अपने गुरु का आशीर्वाद लेकर उन्हें दक्षिणा प्रदान करता हूं. यह मेरे जीवन का नियम है." प्रयागराज में महाकुंभ का यह दुर्लभ अवसर न केवल श्रद्धालुओं की धार्मिक आस्था को व्यक्त कर रहा है, बल्कि किसानों के लिए अपने मुद्दे उठाने का एक अनोखा मंच भी बन रहा है. अब देखना यह होगा कि संगम में स्नान के साथ किसानों की समस्याओं को कितनी सुर्खियां मिलती हैं.