भदोही के पीडी और डीपीआरओ पहुंचे ओझापुर, देखी हकीकत

भदोही के पीडी और डीपीआरओ पहुंचे ओझापुर, देखी हकीकत

निष्पक्ष जन अवलोकन।

अनिल तिवारी।

भदोही। जनपद के डीघ ब्लॉक के ओझापुर निवासी लवकुश तिवारी ने जिलाधिकारी को दिये एक शिकायत पत्र में आरोप लगाया हैं कि ओझापुर के प्रधान ने अपनी मां और छोटे भाई की पत्नी के नाम से आवास आवंटित कराया। इसके बाद बिना आवास निर्माण कराए ही धनराशि का गबन करने के साथ ही फर्जी अभिलेखों के आधार पर मजदूरी के नाम पर मनरेगा से पैसा निकाल लिया गया। लवकुश तिवारी के इस शिकायत के बाद डीएम विशाल सिंह ने डीएम ने सीडीओ को जांच सौंपा जिसके क्रम में बुधवार को भदोही जनपद के पीडी और डीपीआरओ की संयुक्त टीम ने ओझापुर पहुंचकर मामले की जानकारी ली और पूछताछ भी की।ओझापुर में बुधवार को अधिकारियों के पहुंचने के बाद पुरे गांव में गहमागहमी देखने को मिली। इस मामले में ओझापुर निवासी शिकायतकर्ता लवकुश तिवारी ने बताया कि प्रधान की ओर से 2020-21 में दो महिलाओं के नाम का चयन कर उनके खाते में तीन किश्तों में एक लाख 20 हजार प्रति आवास के अनुसार दो लाख 40 हजार भेजा गया। आवास लाभार्थियों में एक उनकी मां और एक उनके छोटे भाई की पत्नी थी। इसके बाद फर्जी दस्तावेज और फोटो के सहारे मनरेगा से आवास निर्माण की मजदूरी के नाम पर 30 हजार रुपये का भी भुगतान कर लिया गया। गांव में कई पात्रों को आवास आवंटित नहीं हो सका है। वहीं दूसरी तरफ अपात्रों के नाम पर आवास आवंटित कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। कहा कि जनपद के अधिकारियों से आशा है कि सरकारी धन का दुरूपयोग करने वालों के खिलाफ कार्यवाही हो। वही इस मामले में ओझापुर के ग्राम प्रधान ने इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।