रोहान में नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया
निष्पक्ष जन अवलोकन
निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रशांत जैन। बिल्सी(बदायूँ):-उझानी रोड स्थित ग्राम रोहान में ॐ नमः शिवाय डॉ वीपी सिंह सोलंकी इंटर कॉलेज में, नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य राजवीर सिंह सोलंकी ने महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण किया। उन्होंने बताया कि नेताजी का जन्म 23जनवरी1897 को उड़ीसा के कटक में हुआ था । वे बचपन से ही बहुत प्रतिभाशाली थे। भारतवर्ष जो अंग्रेजों की गुलामी से जूझ रहा था वह इनको बहुत परेशान करता था। इन्होंने भारत को आजादी दिलाने के लिए भारत में ही नहीं बल्कि भारत से बाहर दूर देशों में वेश बदल कर रहे और आजाद हिन्द फौज की स्थापना की । लेकिन इस फौज के माध्यम से भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करने का नेताजी का प्रयास प्रत्यक्ष रूप में सफल नहीं हो सका किन्तु उसका दूरगामी परिणाम हुआ। सन् १९४६ के नौसेना विद्रोह इसका उदाहरण है। नौसेना विद्रोह के बाद ही ब्रिटेन को विश्वास हो गया कि अब भारतीय सेना के बल पर भारत में शासन नहीं किया जा सकता और भारत को स्वतन्त्र करने के अलावा उनके पास कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा। नेता जी ने 'जय हिन्द' और "तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा" जैसे प्रसिद्ध नारे दिये जिन्होंने देश के युवाओं में जोश भरने का काम किया और भारत की आज़ादी का रास्ता प्रखर हुआ। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस का जीवन हमें सदैव देशभक्ति रहकर समाज सेवा करने की प्रेरणा देता है। इस अवसर पर सुनील कुमार सिंह, राजेश कुमार सिंह, अवधेश कुमार, राजकुमार यादव, योगेश कुमार, राजकुमार कश्यप आदि उपस्थित रहे।