राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति विवेक वर्मा द्वारा किया गया

निष्पक्ष जन अवलोकन
प्रमोद सिन्हा
गाजीपुर 10 मई, 2025 जनपद न्यायालय गाजीपुर में राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारंभ माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति विवेक वर्मा द्वारा मॉ सरवस्ती के मूर्ति पर माल्यार्पण कर एवं द्वीप प्रजव्वलित कर किया। माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति विवेक वर्मा द्वारा लोक अदालत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए यह बताया गया कि लोक अदालत से जहाँ एक ओर समय की बचत होती है, वहीं लम्बे समय से लम्बित मामलों के त्वरित निस्तारण का यह एक अत्यन्त महत्वपूर्ण साधन है। जनपद न्यायाधीश धर्मेन्द्र कुमार पाण्डेय द्वारा लोक अदालत के सफलता हेतु सभी अधिकारियों को अधिक से अधिक निस्तारण हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा सुलह समझौते के माध्यम से आपसी वैमन्यस्य को समाप्त करने का आवाह्न किया गया। इस अवसर पर नोडल अधिकारी, राष्ट्रीय लोक अदालत शक्ति सिंह अपर जिला जज कोर्ट संख्या-1 द्वारा लोक अदालत के विषय में जानकारी देते हुए यह बताया गया कि ऐसे छोटे प्रकरण जिसमें अनावश्यक रुप से मुकदमेबाजी के कारण पक्षकारो के मध्य वैमन्यस्ता विद्यमान रहती है, को समाप्त कर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाने में लोक अदालत द्वारा अपनी सक्रीय भूमिका निभायी जा रही है। उनके द्वारा लोक अदालत में आयोजित कार्यक्रमों के विषय में जानकारी देते हुए यह बताया गया कि आज की राष्ट्रीय लोक अदालत मात्र मामलों के निस्तारण तक सीमित नहीं रह गयी है, बल्कि कई प्रकार के सामाजिक कार्य भी किये जा रहे हैं। उनके द्वारा यह कहा गया कि इस समय हमारे देश की सेनायें बार्डर पर मुस्तैदी से जुटी हुई हैं। ऐसे में हम सभी का यह दायित्व बनता है कि हमारे बहादुर जवानों के परिजनों को कोई असुविधा न होने पाये। इसको दृष्टिगत रखते हुए एक विशेष सहायता शिविर मात्र सैन्य कर्मियों एवं उनके परिजनों के लिए आयोजित होने के विषय में जानकारी दी गयी। आज की राष्ट्रीय लोक अदालत में वृद्धा, दिव्यांग एवं विधवा पेंशन हेतु एक शिविर भी लगाया गया। इसके अतिरिक्त लगाये गये मेडिकल कैम्प में विभिन्न रोगों के विशेषज्ञ डाक्टर मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय लोक अदालत के अवसर पर बिजली बिल, गृहकर एवं जल कर सहित अन्य सामाजिक योजनाओं से सम्बंधित पाण्डाल भी लगाये गये हैं। प्रशासनिक न्यायमूर्ति द्वारा कुछ दिव्यांगजनों को ट्राईसाईकिल, बैसाखी एवं कान की मशीन का वितरण भी किया गया। जिलाधिकारी ने अपने सम्बोधन मे कहा कि जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अन्तर्गत आज राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य न्याय पालिका मे जो छोट-छोटे वादो का निस्तारण आज इस लोक अदालत के माध्यम जिला जज के अध्यक्षता कराया जायेगा। उन्होेने बताते हुए हर्ष व्यक्त किया कि जिला प्रशासन द्वारा जनपद स्तर लगभग ऐसे एक लाख ऐसे मामलोें को चिन्हित किया गया है जिसका निस्तारण आज इस राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से कराया जायेगा। उन्होने बताया कि सैनिको के सम्मान के लिए भूतपूर्व सैनिको के लिए भी एक विशेष कैम्प का आयोजन किया गया है जिससे समाज मे एक अच्छा संदेश जायेगा। इस इस आयोजन हेतु समस्त न्याय अधिकारीगण को बधाई दी। प्रशासनिक न्यायमूर्ति विवेक वर्मा राजकीय प्लेस ऑफ सेफ्टी राजकीय सम्प्रेक्षण गृह (किशोर) गाजीपुर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आपचारी किशोर के बारे में हाल जाना एवं किशोरो को दी जा रहे प्रशिक्षण की जानकारी भी ली गयी। विजय कुमार-प्ट, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश/सचिव पूर्णकालिक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, गाजीपुर, द्वारा बताया गया कि इस राष्ट्रीय लोक अदालत में कुल 1 लाख 27 हजार 39 मामले निस्तारण हेतु नियत किये गये थे, जिसमें से सुलह समझौतें एवं संस्वीकृति के आधार पर कुल 1 लाख 13 हजार 387 वाद अंतिम रूप से निस्तारित किये गये। राजस्व विभाग के मामले, विभिन्न न्यायालयों द्वारा 14 हजार 20 मामले तथा बैंक एवं अन्य विभाग द्वारा कुल 86 हजार 171 मामले निस्तारित किये गये। परिवार न्यायालय द्वारा कुल 06 वैवाहित जोड़ो का एवं सुलह समझौता केन्द्र द्वारा कुल 01 विवाहित जोड़े की सुलह कराकर विदाई करायी गयी। इस अवसर पर एम.ए.सी.टी. संजय हरिशुक्ला, प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय नरेन्द्र कुमार-प्प्प् मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट श्रीमती नूतन द्विवेदी, पुलिस अधीक्षक डा० ईरज राजा सहित समस्त न्यायिक अधिकारीगण, जिला प्रोबेशन अधिकारी संजय सोनी, समस्त बार संघ के पदाधिकारीगण एवं न्यायालय के कर्मचारीगण एवं वादकारी उपस्थित रहे।