पहलगाम में हिंदू पर्यटकों की हत्या के विरोध में पाकिस्तान का पुतला दहन

जेएस अकैडमी के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा, आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
निष्पक्ष जन अवलोकन।
रामेश्वर विश्वकर्मा रुद्रपुरी।
गोरखपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा 28 हिंदू पर्यटकों की निर्मम हत्या के विरोध में जेएस अकैडमी, झरना टोला, कूड़ा घाट के नेतृत्व में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम दो मिनट का मौन रखकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई और फिर पाकिस्तान का प्रतीकात्मक पुतला दहन कर आक्रोश व्यक्त किया गया। कार्यक्रम संयोजक और जेएस अकैडमी के निदेशक दिनेश कुमार पांडेय ने कहा कि धर्म पूछकर निर्दोषों की हत्या करना मानवता पर कलंक है और सरकार को इस पर सर्जिकल या एयर स्ट्राइक से भी बड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। शालीग्राम यादव ने कहा कि देश में सभी नागरिक भले भिन्न भिन्न हों, पर सबसे पहले वे हिन्दुस्तानी हैं; पाकिस्तान की शह पर हुआ यह कृत्य अत्यंत निंदनीय है। फूलमती भारद्वाज ने इस घटना को क्षमा न किए जाने योग्य बताया। अनुराज पाण्डेय ने कहा कि धर्म के आधार पर किसी को प्रताड़ित करना अमानवीय कृत्य है। प्रबंधक अशोक कुमार पाण्डेय ने इसे पाकिस्तान की कायरता पूर्ण हरकत बताते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की। भूतपूर्व सैन्य अधिकारी उदय मणि त्रिपाठी ने कहा कि मोदी सरकार को ऐसी निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए जिससे पाकिस्तान भविष्य में ऐसी घटना का साहस भी न कर सके। सीमा देवी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि "एक के बदले सौ" की नीति अपनाकर शहीदों की आत्मा को शांति मिले। शिवांगी, नीलू श्रीवास्तव, रविता शर्मा और सुनीता सिंह ने आतंकवाद की निंदा करते हुए कहा कि आतंक का कोई धर्म नहीं होता, लेकिन यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है जहाँ धर्म पूछ कर हत्या की गई। कार्यक्रम में गरिमा राय, सरिता पाण्डेय, उत्कर्ष पाण्डेय सहित सैकड़ों लोग उपस्थित रहे और सभी ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।