कार्तिकेश्वर महादेव मंदिर में भव्य रुद्राभिषेक: फूलों से सजा मंदिर, भक्तों ने किया पूजा-पाठ

कार्तिकेश्वर महादेव मंदिर में भव्य रुद्राभिषेक: फूलों से सजा मंदिर, भक्तों ने किया पूजा-पाठ

निष्पक्ष जन अवलोकन

प्रमोद सिन्हा

गाजीपुर। नगर के स्टेशन रोड स्थित सहकारी गोदाम के प्रांगण में कार्तिकेश्वर महादेव मन्दिर पर महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर श्रद्धालुओं ने बाबा भोलेनाथ को शहद, दूध, घी, दही, गंगाजल, गन्ने का रस, दूर्वा मिश्रित कर विधि विधान से कार्तिकेश्वर महादेव का रुद्राभिषेक कर पूजा अर्चन के साथ आरती किया। शास्त्रों में कहा गया है "रुतम्-दुःखम्, द्रावयति-नाशयतीतिरुद्रः" यानि भगवान शिव सभी दुखों को हरकर उनका नाश कर देते हैं। इसलिए हिंदू धर्म में शिव जी की पूजा का विशेष महत्व माना गया है। रुद्राभिषेक का अर्थ है भगवान रूद्र यानी शिव जी का अभिषेक करना और शिव का रूप शिवलिंग में देखा जाता है। इसलिए रुद्राभिषेक पूजा में शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है। इस पावन अवसर पर पूरे मन्दिर प्रांगण को फूल-माला से सजाया गया था, वही कार्तिकेश्वर महादेव का भव्य श्रृंगार भी किया गया था जो अपने आप में देखते ही बन रहा था। कार्तिकेश्वर महादेव का मन्दिर प्राचीन मन्दिरों में आता है ऐसा कहा जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन और हृदय से अपनी मनोकामनां लेकर भोलेनाथ के आगे शीस झुकाता है तो उसकी मनोकामनां पूर्ण हो जाती है। महाशिवरात्रि के इस पावन पर्व पर भोर से ही भक्तों का भीड़ शुरु हो गया जो देर रात्रि तक चलता रहा, इस दौरान पूरा मन्दिर प्रांगण 'हर-हर महादेव', 'जय शिव शंकर', भोलेनाथ और 'ओम नमः शिवाय' के जयकारे से गूंजता रहा।