एडीजी जोन व डीआईजी रेंज ने किया पीएसी महिला बटालियन व पुलिस ट्रेनिंग स्कूल का स्थलीय निरीक्षण
एडीजी जोन मुथा अशोक जैन और डीआईजी रेंज एस. चनप्पा ने गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में निर्माणाधीन पीएसी महिला बटालियन और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने मार्च 2026 तक सभी कार्य पूर्ण करने और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
निष्पक्ष जन अवलोकन
विभव पाठक
गोरखपुर। एडीजी जोन मुथा अशोक जैन एवं डीआईजी रेंज एस. चनप्पा ने गुरुवार को थाना पिपराइच क्षेत्रांतर्गत निर्माणाधीन पीएसी महिला बटालियन और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल परिसर का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने निर्माण कार्यों की गुणवत्ता, प्रगति और गति का बारीकी से जायजा लिया तथा कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए।
अधिकारियों ने संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि सभी निर्माण कार्य मार्च 2026 तक हर हाल में पूर्ण कर लिए जाएं ताकि परियोजना समय पर संचालित हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि यह परियोजना प्रदेश की पुलिस व्यवस्था में नई ऊर्जा का संचार करेगी। महिला बटालियन की स्थापना से जहां प्रदेश में महिला सशक्तिकरण को बल मिलेगा, वहीं पुलिस ट्रेनिंग स्कूल बनने से प्रशिक्षण व्यवस्था और अधिक आधुनिक एवं प्रभावी बनेगी।
एडीजी जोन मुथा अशोक जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिकता के तहत महिला सुरक्षा, प्रशिक्षण और सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने निर्माण एजेंसी के अभियंताओं को चेताया कि गुणवत्ता से किसी भी प्रकार का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह परियोजना न केवल पूर्वांचल बल्कि पूरे प्रदेश के पुलिस बल के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।
डीआईजी रेंज एस. चनप्पा ने भी निर्माण कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से करें। उन्होंने स्पष्ट किया कि कार्यों की नियमित मॉनिटरिंग की जाएगी और प्रगति रिपोर्ट प्रतिमाह जोन स्तर पर भेजी जाएगी। डीआईजी ने कहा कि पारदर्शिता, गुणवत्ता और समयबद्धता— तीनों पर विशेष ध्यान दिया जाए। किसी भी प्रकार की लापरवाही मिलने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी।
निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करन नय्यर, निर्माण विभाग के अभियंता तथा संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। अधिकारियों ने निर्माणाधीन भवनों की दीवारों, छतों, फिनिशिंग कार्यों एवं आधारभूत संरचना का भी निरीक्षण किया।
अधिकारियों ने यह भी कहा कि परिसर में प्रशिक्षण हेतु आवश्यक सुविधाएं — जैसे फायरिंग रेंज, परेड ग्राउंड, हॉस्टल, कैफेटेरिया और डिजिटल क्लासरूम — को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप विकसित किया जाए। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह परियोजना पूर्ण होने पर गोरखपुर प्रदेश के पुलिस प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र बनेगा और महिला बटालियन की स्थापना से प्रदेश की कानून-व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।