मित्रता गरीबी-अमीरी, बड़े-छोटे का भेद नहीं देखती

निष्पक्ष जन अवलोकन

मित्रता गरीबी-अमीरी, बड़े-छोटे का भेद नहीं देखती

निष्पक्ष जन अवलोकन। प्रशांत जैन। बिल्सी(बदायूँ)। तहसील क्षेत्र के गांव नगला डल्लू में शिव मंदिर पर चल रही भागवत कथा के अंतिम दिन कथावाचक हरिओम शरण व्यास ने कहा कि सुदामा और श्रीकृष्ण की मित्रता का प्रसंग बड़े ही सुंदर ढंग से सुनाते हुए कहा कि मित्रता विचारों का मिलन है मित्रता में सहयोग, प्रेम, आपसी सामंजस्य होना चाहिए। मित्रता गरीबी-अमीरी, बड़े-छोटे का भेद नहीं देखती। भगवान श्रीकृष्ण ने अपने मित्र सुदामा को जो दिया दुनिया उसे आज भी याद करती है। यह मित्रता जनम-जनम तक याद रखी जाएगी। कथा के समापन पर भगवान श्रीकृष्ण और सुदामा की झांकी पेश की गई। बाद में आरती कर सभी को खीर का प्रसाद वितरित किया गया। इस मौके पर तमाम लोग मौजूद रहे।