ताला तोड़कर दबंगों द्वारा अधिवक्ता के भाई का मकान कब्जा करने का किया गया प्रयास, मिल रही धमकी
निष्पक्ष जन अवलोकन विजय शुक्ला
नैनी, प्रयागराज: अजय कुमार सिंह पुत्र स्व० तेज सिंह निवासी 517D/2A, प्रयागपुरम, चकदोंदी, नैनी, प्रयागराज का रहने वाला है एवं पेशे से अधिवक्ता है। संजय सिंह का मकान गली नं०-12 में है जिसका मकान नं० 517L/1A प्रयागपुरम, चकदोंदी, नैनी-प्रयागराज है। जिसे प्रार्थी के भाई डॉ० संजय सिंह ने किराये पर दे रखा है। यह कि किरायेदार के अपने काम पर चले जाने के बाद शिमला देवी पत्नी राहुल कुमार निवासिनी- चक फैजुल्ला, गड़हिया, नैनी, प्रयागराज जो कि अपने आपको नगर निगम की कर्मी / संविदा कर्मी बता रही थी, अपने साथ 10 से 12 की संख्या में जिसमें बच्चे, औरतें और पुरुष शामिल थे, ने मेरे भाई के मकान का ताला तोड़कर जबरन कब्जा कर लिया और घर के अंदर किरायेदार का रखा हुआ 15000 की नकदी व सोने की जंजीर , एक जोड़ी बिछिया गायब मिला। प्रार्थी के भाई को उसके पड़ोसियों द्वारा यह जानकारी दी गई। प्रार्थी का भाई तत्काल अपने मकान पर पहुँचा तो उक्त महिला ने गाली-गलौज करने लगी एवं जान से मारने और तरह-तरह के मुकदमों में फँसाने की धमकी देने लगी, कहने लगी कि भाग जाओ यहाँ से यह मकान हमने खरीद लिया है। प्रार्थी ने तत्काल 112 नं० पर फोन किया तत्पश्चात जेल चौकी इंचार्ज एवं थाना नैनी को भी सूचना दिया, 112नं० के मौके पर आने पर उक्त महिला उन आरक्षियों टीम से भी बदतमीजी से बात करने लगी जिसकी रिकार्डिंग 112 के द्वारा लखनऊ भेजा गया। महिला सिपाही के अभाव में दोनों पक्षों को जेल चौकी बुलाया गया जहाँ पर दोनों पक्षों ने अपने-अपने कागजात पेश किये। उक्त महिला द्वारा रजिस्ट्री/बैनामा दिखा रही थी, वह किसी रितेश कुमार गौतम पुत्र इंद्रजीत गौतम निवासी-कूरिया लवायन कला के नाम की है जिसे उसने किसी लालता प्रसाद पुत्र विशुन निवासी-533A, चकदोंदी, नैनी, प्रयागराज, रजिस्ट्री/बैनामा आराजी नं० 298 का है। प्रार्थी के भाई ने जमीन उत्तरांचल सहकारी आवास समिति लि० रजिस्ट्रेशन नं०-209, रम्मन का पुरा, सुलेम सरांय से 17 जून 1997 में खरीदा था जिसका आराजी नं० 297/1 है, तब से उक्त जमीन पर मकान बनाकर रह रहा है जिसका हाउस टैक्स, जलकर, बिजली बिल आदि प्रार्थी के भाई डॉ० संजय सिंह के नाम है, जिसका भुगतान प्रार्थी के भाई द्वारा किया जा रहा है।प्रार्थी के प्रार्थना पत्र को संज्ञान में लेते हुए मा० मुख्यमंत्री योगी जी के सरकार की निष्पक्ष एवं कर्मठ अधिकारियों एवं पुलिस कर्मियों द्वारा त्वरित निष्पक्ष कार्यवाही करते हुए उक्त महिला से उन दोनों लोगों को बुलाने के लिए कहा जिसके कहने पर यह महिला उक्त मकान का ताला जबरन तोड़कर कब्जा किया गया, तो यह महिला सभी को गुमराह करने लगी एवं हर बात का उल्टा सीधा जवाब देने लगी।विश्वस्त सूत्रों से यह भी पता चला है कि उक्त महिला का कई भूमफियाओं/अपराधियों से सम्बन्ध है जिनके दम पर वह यह कार्य करती है। जेल चौकी इंचार्ज एवं उनके हमराहियों द्वारा सही-सही बताने को कहा गया तो उक्त महिला ने उन पर ही तरह-तरह के इल्जाम लगाने लगी एवं मीडिया व ट्विटर के माध्यम से हम दोनों भाईयों सहित सभी पुलिस कर्मियों पर भी इल्जाम लगाने लगी जो कि बेबुनियाद व निराधार है। इसी प्रकार की घटना 19 अगस्त 2008 में भी मनोज पटेल द्वारा कारित किया गया था जिसकी प्राथमिकी नैनी थाने में दर्ज है। हम दोनों भाईयों को मकान खाली करने एवं जान से मारने की धमकियाँ तरह-तरह के माध्यमों के द्वारा दिया जा रहा है जिससे प्रार्थी की मनोस्थिति विचलित हो रही है।