अंतिम दिन रामकथा में उमड़े श्रद्धालु, बांटा प्रसाद
निष्पक्ष जन अवलोकन
बिल्सी(बदायूँ)तहसील क्षेत्र के गांव बेहटा गुंसाई में धर्म जागरण समिति के तत्वावधान में रामलीला मैदान पर मनाए जा रहे श्रीराम-जानकी विवाह महोत्सव के तहत चल रही रामकथा के अंतिम दिन आचार्य दीपक शंखधार ने सुंदर कांड के माध्यम से पवन पुत्र हनुमान के चरित्र का वर्णन किया। वहीं, भगवान राम के राजतिलक के प्रसंग से कथा का समापन किया। कथाकार ने हनुमान जी के चरित्र पर प्रकाश डालते हुए बताया कि लोगों ने जब हनुमान जी से कहा कि आप भगवान श्रीराम की सेवा के लिए ही अवतरित हुए हैं। तो आप उनके कार्य पूरे करो। इस पर हनुमानजी ने लंका जाकर रावण को मारने और माता सीता को वापस लाने की बात कही। जिसे सुन सभी लोग डर गए और ऐसा करने से मना कर दिया। कथा के अंत में आचार्य जी ने श्रीराम के राजतिलक के साथ कथा का विश्राम किया। इसके बाद श्रद्धालुओं ने भगवान की आरती कर प्रसाद का वितरण किया। इस मौके पर योगेश पुरी, विकास पुरी, अंकित पुरी, सोनू गुप्ता, शिवम गुप्ता, माधव गुरप्ता, कुलदीप पुरी, गोविंद गुप्ता, सुमित गुप्ता, विनीत श्रीवास्तव, सत्यम गुप्ता, अंशुल पुरी आदि मौजूद रहे।