सोनपुर नहर में फल निर्माण में गुणवत्ता को किया जा रहा है दरकिनार मानक विहीन सामग्री बनाए जा रहे हैं कच्चे एटे ग्रामीणों ने जताया नाराजगी

सोनपुर नहर में फल निर्माण में गुणवत्ता को किया जा रहा है  दरकिनार मानक विहीन सामग्री बनाए जा रहे हैं कच्चे एटे  ग्रामीणों ने जताया नाराजगी

निष्पक्ष जन अवलोकन। बदरूजमा चौधरी। बलरामपुर जनपद के अंतर्गत विकासखंड पचपेड़वा के ग्राम पंचायत सोनपुर में नहर निर्माण कार्य इन दिनों सवालों के घेरे में है। ग्रामीणों का आरोप है कि निर्माण कार्य में मानक गुणवत्ता का पालन नहीं किया जा रहा है। नहर के किनारे बनाए जा रहे कच्चे एटे (किनारे की मिट्टी व ढलान संरचना) इतने कमजोर हैं कि मामूली बारिश या बहाव में बह जाने की आशंका बनी हुई है। स्थानीय लोगों ने बताया कि नहर की खुदाई के बाद किनारों को मजबूती देने के लिए जो एटे बनाए जा रहे हैं, उसमें घटिया किस्म की मिट्टी व बिना समुचित दबाव के कच्ची परत डाली जा रही है। न तो मिट्टी को सही ढंग से समतल किया जा रहा है, और न ही उसमें रोलर या पानी का प्रयोग किया जा रहा है, जिससे उसकी मजबूती बढ़ सके। परिणामस्वरूप ये एटे बेहद कमजोर दिखाई दे रहे हैं। ग्रामीणों का यह भी कहना है कि निर्माण कार्य में किसी तकनीकी पर्यवेक्षक की उपस्थिति नहीं दिख रही है। मजदूरों के हवाले ही पूरा कार्य छोड़ दिया गया है, जिससे निर्माण की गुणवत्ता और अधिक गिर गई है। नहर के जरिए खेतों तक पानी पहुंचाना सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, लेकिन यदि निर्माण कार्य की गुणवत्ता ही सवालों के घेरे में हो, तो भविष्य में इसका लाभ किसानों को नहीं मिल पाएगा। ग्रामीणों ने मांग की है कि निर्माण कार्य की जांच कराई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। यह रिकॉर्ड संबंधित अधिकारियों और योजनाओं की निगरानी करने वाली एजेंसियों के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज हो सकता है, ताकि निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सके।