हमेशा सावधान रहकर शुभ कर्म करें: आचार्य संजीव रूप

निष्पक्ष जन अवलोकन

हमेशा सावधान रहकर शुभ कर्म करें: आचार्य संजीव रूप

बिल्सी(बदायूँ)। तहसील क्षेत्र के गांव गुधनी में स्थित प्रज्ञा यज्ञ मंदिर में आर्य समाज का साप्ताहिक सत्संग आयोजित किया गया। यहां विश्व शांति की भावना के साथ यज्ञ किया गया। सामवेद के मंत्रों द्वारा राष्ट्र की खुशहाली व समृद्धि की प्रार्थना की गई। सुप्रसिद्ध समाज सुधारक आचार्य संजीव रूप ने कहा कि मनुष्य वही है जो विचार पूर्वक सावधान होकर कर्म करें। दुर्घटना तभी घटती है जब सावधानी हटती है। हमें सावधान रखता है संविधान। फिर संविधान चाहे धर्म का हो या देश का। संविधान हमें एक चरित्रवान, महान मनुष्य बनाता है। जो कार्य गलत है संविधान उन्हें करने से हमें रोकता है, यदि हम फिर भी करते हैं तो दंड देकर के हमें सुधारता है और शुभ कामों को करने पर हमें पारितोषिक देता है। आर्य समाज के मंत्री अगरपाल सिंह ने कहा कि संसार अनेक रोग शोक से भरा हुआ है, शुभ विचार ही इनसे बचने का उपाय है। आर्य समाज हमेशा समाज को शुभ विचार देता है इसलिए सभी को आर्य समाज से जुड़ना चाहिए। इस मौके पर तृप्ति शास्त्री, डॉ सत्यम आर्य, जय आर्य, पंजाब सिंह, सूरजवती, संतोष कुमारी आदि मौजूद रहे।