बतिसिया माइनर के सिल्ट सफाई में सारे मानक ताख पर
अगस्त माह में ही कराया गया था इस नहर का सफाई
निष्पक्ष जन अवलोकन
रामनारायन
कुशीनगर। किसानों को नहरों का पानी उनके खेतों तक पहुंचाने के लिए सरकार प्रति वर्ष माइनरों की सिल्ट सफाई कराई जाती है। जिससे माइनरों का पानी हेड से टेल तक पहुंच जाए। मगर सिल्ट सफाई कार्य मे लगे ठेकेदारों द्वारा सफाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। वही मानकों दरकिनार कर माइनर साफ की जा रही है। नेबुआ नौरंगिया क्षेत्र में मठिया रजवाहा से निकली बतिसिया माइनर की सफाई करीब एक सप्ताह पूर्व किया गया है। जिसमे स्क्रेपिंग और सिल्ट निकालने का कार्य होने की जगह केवल कोरमपूर्ती ही किया गया है। नहर की सफाई मजदूरों के बजाय जेसीबी मशीन लगाकर दिन और रात में कराया गया है। जिसमे नहर के बेड से केवल खरोच मारकर खर पतवार को ही निकाला गया है। ऐसे में नहर में पानी आने से पुनः उसकी यथा स्थिति बरकरार हो जाएगी। नहर की बेड़ो के सफाई केवल सड़क मार्गो पर स्थित पुलिया के दोनों तरफ करीब सौ मीटर ही कराया गया है। इस नहर की मानकविहीन सफाई ग्रामीणों में चर्चा का विषय बना हुवा है। अगस्त माह में खड्डा तहसील के नारायणी नदी के उस पार बसे हुवे ग्रामीणों को बाढ़ राहत सामग्री वितरित करने आये सूबे के सीएम के आने के सुबह ही इस नहर का आनन फानन में सड़क मार्ग पर पड़ने वाले पुलियों के दोनों तरफ कुछ ही दूर तक सफाई कराया गया था, चार माह बाद दिसम्बर में पुनः इसकी सफाई करवाना अपने आपमे एक पहेली बना हुवा है। बताते चले कि उक्त नहर के हेड से टेल तक आजतक पानी नही पहुंचा है। स्थानीय ग्रामीणों के एक समूह ने इसके मानक के अनुरूप कार्य करवाने की मांग कर रहे है।